बिहार में बीजेपी और जेडीयू दोनों अल्पसंख्यकों का विश्वास जीतने में जुटी है। खुद नीतीश कुमार की भी हमेशा से सेक्युलर छवि रही है लेकिन नीतीश सरकार में ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने अल्पसंख्यकों के एक कार्यक्रम में भेंट की गई टोपी को पहनने से इंकार कर दिया।
यह घटना कटिहार के सालमारी की है जहां स्वागत कार्यक्रम के दौरान बिजेंद्र यादव ने सार्वजनिक मंच पर टोपी पहनने से मना कर दिया। सियासी एवं तालीमी बेदारी कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए बिजेंद्र यादव सहित विधान परिषद के उपसभापति हारून रशीद, एमएलसी खालिद अनवर समेत कई नेता वहां मौजूद थे।
#WATCH: Bihar Minister Bijendra Prasad Yadav refuses to wear a skull cap offered to him at a conference in Katihar. (30/9/2018) pic.twitter.com/JeUtoWG0tv
— ANI (@ANI) September 30, 2018
नीतीश कुमार की छवि हमेशा से अल्पसंख्यकों को साथ में लेकर चलने वाली रही है। उन्हें अल्पसंख्यकों का सर्मथन मिलता आया है लेकिन बीजेपी के साथ गठबंधन के बाद जेडीयू जहां एक ओर अल्ससंख्यकों का भरोसा जीतने की तमाम कोशिशें कर रही है वहीं, यह घटना सेक्यूलर इमेज के लिए खतरा साबित हो सकता है. वो भी तब, जब चुनाव में काफी कम दिन रह गए हैं।
हालांकि इस मुद्दे पर जेडीयू ने बयान जारी करते हुए कहा है कि बिंजेद्र यादव ने टोपी कुबूल की है, इसलिए इसपर बातें नहीं होनी चाहिए। हालांकि इस मुद्दे पर फिलहाल किसी भी राजनैतिक दल का अभी तक बयान नहीं आया है लेकिन यह देखना भी दिलचस्प होगा कि इस मुद्दे पर विपक्षी पार्टी क्या प्रतिक्रिया देती है।