पटना : बिहार की सरकार बदउनवान में डूबा है। यही वजह है कि बिहार में एक आईएएस के तबादले में 50 लाख से एक करोड़ रुपए तक की वसूली की जाती है। एसडीओ के तबादले में भी 40 से 50 लाख का नजराना लिया जाता है। ये तमाम गैर कानूनी धंधा वजीर आला नीतीश कुमार की देख रेख में होता है।
यह बात जुमेरात को परिवर्तन रैली को लेकर एनडीए के प्रेस कांफ्रेंस में साबिक़ वजीरे आला जीतनराम मांझी ने कही। उन्होंने कहा कि बिहार में आईएएस व एसडीओ के तबादते में किए जा रहे गोरखधंधे के मामले की आला सतही तहक़ीक़ात कराने की मुतालिबा वजीरे आजम से की है। नीतीश कुमार की हुकूमत बिहार में दूसरे रियासत के कैडर के अफसर को बुलाकर घोटाला को अंजाम दे रहे है।
मंसूबों का जो ड्राफ्ट बनाया जा रहा है उसमें भी भारी घोटाला हो रहा है। घोटाले से जमा रकम को इंतिख़ाब खर्च में इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अब बिहार में भाजपा हिमायत एनडीए के इक्तिदार को कोई रोक नहीं सकता। वजीरे आजम नरेंद्र मोदी की रैली असल में बिहार में परिवर्तन की रैली साबित होगी।