बिहार में जल्द दफ्तर खोले वर्ल्ड बैंक : सीएम

वजीरे आला नीतीश कुमार ने कहा कि यह खुशी की बात है कि वर्ल्ड बैंक बिहार में भी दफ्तर खोलने जा रहा है। इसका फाइदा रियासत के वासियों को मिलेगा। रियासत के लिए वर्ल्ड बैंक की मुखतलिफ़ मंसूबे यहां से चलती होंगी। हालांकि दफ्तर खोलने में देरी हो रही है। इसके लिए उन्होंने वर्ल्ड बैंक के सिस्टम में रेड टैपिज्म को जिम्मेदार ठहराया। वजीरे आला जुमा को होटल मौर्य में मुनक्कीद दूसरे इनोवेशन फोरम के पुरस्कार तक़सीम तकरीब को खिताब कर रहे थे। मौके पर कंट्री डायरेक्टर ओनो रुल भी मौजूद थे।

इनोवेशन सेंटर का दिखेगा असर

वजीरे आला ने बताया कि बिहार में हो रहे इनोवेशन की शिनाख्त, कामों की देखरेख, इनोवेशन का सुबूत और मदद के लिए जीविका के तहत ‘इनोवेशन सेंटर’ कायम की गयी है। सेंटर रियासत में छिपे हजारों इनोवेशन को उजागर करने का काम करेगा।

अभी तक रियासत में इस तरह का कोई फोरम नहीं था, जहां ऐसे लोगों की शिनाख्त और मदद की जाये। उन्होंने कहा कि इनोवेशन कोई नयी चीज नहीं है। इंसान रोजाना मुसीबतों का सामना करता है और उससे निबटने के लिए सोचता है। इसी से इनोवेशन की शुरुआत होती है। मुक़ामी सतह पर इस तरह के इनोवेशन होते रहते हैं।

एनजीओ (एसएचजी) ने भी इसमें बड़ी किरदार निभायी है। जीविका के तहत एनजीओ की तशकील किया गया है। पुराने मॉडल को भी जीविका के मॉडल में ढाला जायेगा। रियासत में ढ़ाई लाख एनजीओ हैं, जिसे 2017 तक 10 लाख तक पहुंचाने का हदफ़ रखा गया है। इनोवेशन ज़िराअत के तरक़्क़ी में मददगार साबित होगा। ज़िराअत का रोड मैप बनाया गया है, जिसमें इंकलाब की बात की गयी है। ऐसे ही इनोवेशन को शोकेसिंग की जायेगी।