बिहार में ठंड से 12 की मौत

ठंड बिहार के लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। बर्फीली हवाओं की वजह से गलन बढ़ गई है। अगले कुछ दिनों तक मौसम की यही हालत रहेगी। इंतेजामिया सतह पर एहतियातन अलाव वगैरह जलाए जा रहे हैं, लेकिन वे नाकाफी साबित हो रहे। कड़ाके की ठंड की वजह से इतवार रात से पीर की शाम तक 12 लोगों की मौत हो गई। इनमें आठ मर्द, तीन ख़वातीन और एक चार साल की बच्ची शामिल है।

पीर को गया रियासत का सबसे ठंडा मुकाम रहा। यहां कम अज़ कम दर्जे हरारत 2.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। आगे इसमें और गिरावट की उम्मीद है। पटना मौसम साइंस सेंटर के डाइरेक्टर एके सेन ने बताया कि बेहद शीतलहर से पूरा रियासत कांप रहा है। दिन में हल्की धूप निकल रही है, लेकिन सुबह-शाम काफी ठंड है। रात में कोहरे ने ट्राफिक ठप कर दिया है। कोहरे का कहर अभी जारी रहने की उम्मीद है। पीर को गया का दर्जे हरारत दूसरी बार कम सतह पर पहुंच गया। मौसम साइंस सेंटर के अदाद के मुताबिक 25 दिसंबर, 1961 को गया का दर्जे हरारत 1.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। 2012 में 30 दिसंबर को दारुल हुकूमत पटना का दर्जे हरारत 4.4 पर पहुंच गया था। मौसम साइंस सेंटर के मुताबिक अब तक के रिकॉर्ड के मुताबिक 25 दिसंबर, 1961 में पटना में सबसे ठंडा दिन हुआ था। उस दिन शहर का दर्जे हरारत 2.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।