नेपाल और बांग्लादेश की सरहदों से जुड़े पूर्णिया व कोसी डिवीजन में बैन तंजीम सिमी का ‘क्लोन’ तैयार हो रहा है। एक सियासी तंजीम के के तौर पर इसे मजबूत करने की मुहिम जारी है। सिमी के मेम्बर ही इसमें सरगर्म हैं। यह तंजीम पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ की मंसूबा को अमली जाम पहनाने में जुटा हुआ है। तंजीम की मंजूबा कट्टरपंथी ख्याल के नौजवानों को जोड़कर उनके जरिए मुल्क के खिलाफ सरगरमियों अंजाम देने की है।
इसकी रिपोर्ट खुफिया महकमा ने दाख्ला वज़ीर को भेजी है। इसमें मुश्तबा सरगरमियों में मौलूस कई नामों का खुलासा भी किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक मुतल्लिक़ तंजीम पूरी तरह से सिमी के अंदाज में अपनी सरगरमियां चला रहा है। इसे लेकर इलाक़े में मुसलसल बैठकों व खुफिया इजलास दौर जारी है। जानकारी के मुताबिक इलाक़े में तंजीम को तौसिह देने के लिए लखनऊ से आए सिमी के दो साबिक़ ओहदेदार यहां डेढ़ माह से डटे हैं। दोनों को बिहार का ओहदेदार बनाकर भेजा गया है। उन्हें पहले सरहदी इलाकों में इस तंजीम को जमीनी सतह पर मजबूत करने की ज़िम्मेदारी दिया गया है। इन तमाम सरगरमियों के लिए सरहद पार से पैसा भी मुहैया कराया जा रहा है।