500 और 1000 के नोट बंद होने के नतीजा में, शुक्रवार दोपहर को बिहार के कैमूर जिले में एक दुल्हन के पिता हार्ट अटैक से मौत हो गयी।उन्हें डर था कि दूल्हे का परिवार दहेज़ के रूप में मांगी गयी 35,000 रुपए की राशि को 500 और 1000 रुपये के नोटों में होने की वजह से स्वीकार नहीं करेगा।
मृतक राम अवध साह (45) ने अपनी चार बेटियों में सबसे बड़ी बेटी की शादी तय की हुई थी और यह शादी समारोह अगले साल की शुरुआत में होने वाला था।
8 नवंबर को शाम में, प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की थी कि 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को तत्काल प्रभाव से बंद किया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, दूल्हे के परिवार ने दहेज में रुपए की 35,000 रुपये की राशि की मांग की थी। आज तिलक समारोह के दौरान साह को यह राशि देनी थी। लेकिन साह ने जो रकम इकठ्ठा की थी वह 500 और 1000 रुपये के नोटों में थी, जो अब उपयोग में नहीं रहे। साह को चिंता थी कि दुल्हे का पिता 500 और 1000 रुपये के नोटों में इस राशि को स्वीकार नहीं करेगा।
अपनी बेटी की शादी की अनिश्चितता पर तनाव के कारण साह को हार्ट अटैक हुआ जिसके बाद उन्हें एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
हालाँकि हालत गंभीर होने पर साह को वाराणसी ले जाया गया। परिवार ने उन्हें तीन अस्पतालों में भर्ती कराने की कोशिश की। लेकिन अस्पताल के अधिकारीयों ने उनके पास सिर्फ 500 और 1000 रुपये के नोट होने के कारण साह को भर्ती करने से इनकार कर कर दिया। चौथे अस्पताल तक पहुँचने से पहले ही साह की मृत्यु हो गयी।
साह अपने परिवार की जीविका के लिए एक छोटी सी किराने की दुकान चलाते थे। अब उनके परिवार में सिर्फ उनकी पत्नी और चार बेटियों सहित छह बच्चे रह गए हैं।