मुग़ल शहनशाह जहांगीर अपने इंसाफ़ के लिए बहुत मशहूर थे, जिस के लिए उन्होंने अपने महल के बाहर एक घंटा भी लगवाया था। अगर कोई मुसीबतज़दा इस घंटे को बजाता तो उसकी फ़ौरी पर अमल की जाती थी।
बहरेहाल वो ज़माना गुज़रे हुए अब सदियों गुज़र गईं लेकिन दरभंगा ज़ोन के महिकमा पुलिस ने भी इसी नज़रिए पर अमल आवरी करते हुए एक अच्छी शुरूआत की है जहां पुलिस के आला ओहदेदारों की रिहायश गाहों पर जहांगीरी घंटे नसब किए गए हैं ताकि कोई भी ज़रूरतमंद और मुसीबतज़दा इस घंटे को बजा कर फ़र्याद करसके।
दरभंगा ज़ोन के तमाम 10 जिले में इंस्पेस्कटर जनरल आफ़ पुलिस अरविंद पांडे ने इस तरीका-ए-कार को मुतआरिफ़ करवाया है जिसे जहांगीरी घंटा कहा जाएगा। इस मौके पर मीदीया से बात करते हुए पांडे ने कहा कि उन्होंने यौम जम्हूऱीया के मुबारक मौक़ा पर अपनी रिहायश गाह पर एक बड़ी साइज़ का घंटा, जिसके नीचे जहांगीरी घंटा कुंदा कीया हुआ है,लगवाया है।
ये काल बेल दूसरी काल बेल्स से मुख़्तलिफ़ है और शायद इस फ़र्क़ को वाज़िह करने के लिए इसके नीचे जहांगीरी घंटा कुंदा किया हुआ है। उन्होंने कहा कि आई जी के ओहदा से लेकर इन्सपेक्टर के ओहदा तक तमाम आफ़िसरान को हिदायत की गई हैकि वो अपनी रिहायश गाहों पर इस नौईयत के जहांगीरी घंटे नसब करवा लें।
दरभंगा पुलिस ज़ोन के तहत आने वाले 10 जिले इस तरह हैं दरभंगा, मधूबनी, समस्ती पुर, पूर्णिया, कटेहार, किशनगंज, अरर्या, सपोल, माधेपूरा और सहरसा। उन्होंने कहा कि इसके ज़रिया हम मुसीबतज़दा अफ़राद की हमावक्त मदद करेंगे चाहे वो दिन हो या रात। उन्होंने कहा कि जहांगीरी घंटा नसब करने के अहकामात पर अमल आवरी ना करने वाले आफ़िसरान के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।
दरभंगा (बिहार) 27 जनवरी: मुग़ल शहनशाह जहांगीर अपने इंसाफ़ के लिए बहुत मशहूर थे, जिस के लिए उन्होंने अपने महल के बाहर एक घंटा भी लगवाया था। अगर कोई मुसीबतज़दा इस घंटे को बजाता तो उसकी फ़ौरी पर अमल की जाती थी।
बहरेहाल वो ज़माना गुज़रे हुए अब सदियों गुज़र गईं लेकिन दरभंगा ज़ोन के महिकमा पुलिस ने भी इसी नज़रिए पर अमल आवरी करते हुए एक अच्छी शुरूआत की है जहां पुलिस के आला ओहदेदारों की रिहायश गाहों पर जहांगीरी घंटे नसब किए गए हैं ताकि कोई भी ज़रूरतमंद और मुसीबतज़दा इस घंटे को बजा कर फ़र्याद करसके।
दरभंगा ज़ोन के तमाम 10 जिले में इंस्पेस्कटर जनरल आफ़ पुलिस अरविंद पांडे ने इस तरीका-ए-कार को मुतआरिफ़ करवाया है जिसे जहांगीरी घंटा कहा जाएगा। इस मौके पर मीदीया से बात करते हुए पांडे ने कहा कि उन्होंने यौम जम्हूऱीया के मुबारक मौक़ा पर अपनी रिहायश गाह पर एक बड़ी साइज़ का घंटा, जिसके नीचे जहांगीरी घंटा कुंदा कीया हुआ है,लगवाया है।
ये काल बेल दूसरी काल बेल्स से मुख़्तलिफ़ है और शायद इस फ़र्क़ को वाज़िह करने के लिए इसके नीचे जहांगीरी घंटा कुंदा किया हुआ है। उन्होंने कहा कि आई जी के ओहदा से लेकर इन्सपेक्टर के ओहदा तक तमाम आफ़िसरान को हिदायत की गई हैकि वो अपनी रिहायश गाहों पर इस नौईयत के जहांगीरी घंटे नसब करवा लें।
दरभंगा पुलिस ज़ोन के तहत आने वाले 10 जिले इस तरह हैं दरभंगा, मधूबनी, समस्ती पुर, पूर्णिया, कटेहार, किशनगंज, अरर्या, सपोल, माधेपूरा और सहरसा। उन्होंने कहा कि इसके ज़रिया हम मुसीबतज़दा अफ़राद की हमावक्त मदद करेंगे चाहे वो दिन हो या रात। उन्होंने कहा कि जहांगीरी घंटा नसब करने के अहकामात पर अमल आवरी ना करने वाले आफ़िसरान के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।