बिहार में बीजेपी के नेताओं में हलचल, पांच सासंदो की कट सकती है टिकट!

लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद बिहार में भारतीय जनता पार्टी (BJP) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नीत महागठबंधन में सीट बंटवारे और उम्मीदवारी को लेकर सरगर्मी तेज हो गई। ऐसे में BJP के कम से कम पांच मौजूदा सांसदों के भी टिकट कटने की चर्चा जोरों पर है। कई नेता दिल्ली तक दौड़ भी लगा रहे हैं।

इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, BJP के एक नेता ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में BJP 22 सीटों पर विजयी हुई थी, इस चुनाव में NDA के घटक दलों में समझौते के अनुसार 17 सीटों पर BJP अपने उम्मीदवार उतारेगी। ऐसे में तय है कि उसे पिछले चुनाव में जीती पांच सीटें छोड़नी है।

पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा पार्टी से नाराज बताए जा रहे हैं, जबकि दरभंगा के BJP सांसद कीर्ति आजाद अब कांग्रेस का ‘हाथ’ थाम चुके हैं और बेगूसराय के सांसद भोला सिंह का निधन हो चुका है।

नवादा सीट भी लोक जनशक्ति पार्टी के हिस्से में जाना तय माना जा रहा है। ऐसे में वहां के सांसद गिरिराज सिंह का टिकट कट सकता है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि उन्हें बेगूसराय सीट से चुनाव लड़ाने की बात चल रही है।

BJP के एक नेता कहते हैं, “पार्टी स्थानीय लोगों की नाराजगी और सहयोगी दलों की पकड़ वाले क्षेत्रों का अध्ययन कर रही है। ऐसे में संभावना है कि कुछ वर्तमान सांसदों को इस चुनाव में टिकट से वंचित होना पड़े। वैसे, अभी उम्मीदवार को लेकर चर्चा चल रही है। अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।”

इधर, लोजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने फोन पर बताया कि 18 मार्च से पहले NDA की सीटों और उम्मीदवारों की हो घोषणा हो जाएगी। उन्होंने कहा कि लोजपा को छह सीटें मिली हैं। पारस ने कहा कि NDA बिहार की सभी 40 सीटों पर अपने उम्मीदवार की घोषणा एक साथ करेगी।

BJP के विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि पटना साहिब से शत्रुघ्न सिन्हा का टिकट कटना तय है, जबकि दरभंगा से कीर्ति आजाद पहले ही पाला बदल चुके हैं। कहा जा रहा है कि महाराजगंज सीट से जनार्दन सिंह सिग्रीवाल और सारण के सांसद राजीव प्रताप रूड़ी भी टिकट से वंचित हो सकते हैं।

बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में BJP को 22 सीटें मिलीं थीं, जबकि सहयोगी लोजपा को छह और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) को तीन सीटें मिली थीं।

उस समय जद (यू) के दो प्रत्याशी ही विजयी हुए थे। इस चुनाव में BJP और जद (यू) 17-17 और लोजपा छह सीटों पर चुनाव लड़ेगी। रालोसपा इस चुनाव में NDA के साथ नहीं है।