बिजली महकमा के सामने बेली रोड पर मुजाहेरा कर रहे बिजली अहलकारों पर लाठीचार्ज की मुखालफत में रियासत भर के तकरीबन 14 हजार बिजली अहलकार गैर मुआइना हड़ताल पर चले गये हैं। 27 फरवरी, 2007 की एक रोज़ा अलामती हड़ताल के बाद यह पहला मौका है, जब रियासत भर के बिजली अहलकार इज़तेमाई हड़ताल पर गये हैं। लाठीचार्ज के बाद तमाम यूनियनों के लीडर केदार भवन में जमा हुए, जहां हड़ताल का फैसला लिया गया।
बिजली अहलकारों ने अपने साबिक़ ऐलान प्रोग्राम के तहत तकरीबन चार घंटे तक इंकम टैक्स गोलंबर के पास बेली रोड को जाम रखा। जब पुलिस ने उन्हें हटाना चाहा, तो तीखी नोक-झोंक हुई। आखिरकार पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल कर दिया। बेली रोड को जबरन खाली कराये जाने के बाद बिजली अहलकारों ने केदार भवन में इकट्ठा होकर बैठक की और गैर मुआइना हड़ताल पर जाने की ऐलान कर दी।
बिजली अहलकारों के हड़ताल पर जाने की वजह रियासत में तकरीबन ब्लैक आउट की हालत पैदा हो गयी है। अंधेरा कायम होता देख बिजली कंपनी के सीएमडी शरीक तूअनाई सेक्रेटरी संदीप पौंड्रिक ने आला अफसरों के साथ बैठक की। यूनियन को मुजाकरात के लिए दावत भी दिया गया पर बिजली मुलाज़मीन तंज़िम मुज़ाकरात के लिए तैयार नहीं हुए।