हाजीपुर : काफी मान-मनौवल के बाद भी सुल्तानपुर गांव के लोग पीएम की सभा के लिए जमीन देने को तैयार नहीं हुए। खेतों में लगी फसल से होने वाली उपज से ज्यादा मुआवजा दिए जाने की पेशकश को किसानों ने ठुकरा दिया। जगह के लिए गुजिस्ता कई दिनों से इंतेजामिया सतह पर चल रहे कोशिशों को करारा झटका लगा है।
अब हाजीपुर से सटे राघोपुर ब्लॉक के छौंकिया दियारा में पीएम की सभा हो सकती है। जमीन के लिए किसानों से बातचीत चल रही है। किसानों ने जमीन के सिलसिले में अफसरों को पोसिटिव इशारे दिए हैं।
12 मार्च को हाजीपुर में पीएम की सभा होनी है। बिना पर किसानों से बातचीत किए बगैर इंतेजामिया सतह पर सभास्थल का मौका-मुआयना का दौर शुरू हो गया था। तीन दिन पहले कमिश्नर अतुल प्रसाद, साबिक मध्य रेल के जीएम एके मित्तल समेत कई आला अफसरों ने सभास्थल का जायजा लिया था। अचानक जुमेरात को किसानों ने जमीन के लिए ना कर दिया। अफसरों को लग रहा था कि फसल से मिलने वाली उपज से कहीं ज्यादा लेने के लिए किसान भाव खा रहे हैं। एसडीओ रवींद्र कुमार ने जुमेरात को किसानों को अपने फैसले पर गौर करने की दरख्वास्त किया था।
गाँव के जराए बताते हैं कि जुमेरात की रात के अलावा अगले दिन जुमा को भी गाँव वालों ने आपस में सलाह-मशविरा कर किसी कीमत पर सभा के लिए जमीन न देने का फैसला लिया। हां या ना, किसानों ने क्या फैसला लिया इसकी जानकारी लेने के लिए एसडीओ रवींद्र कुमार सभास्थल के नजदीक 11 बजे पहुंच गए थे। सौ से ज्यादा किसान वहां मौजूद थे। किसानों ने किसी कीमत पर जमीन न देने का फैसला सुना दिया। किसानों ने जमीन न देने के सिलसिले में मुश्तरका दस्तखत दरख्वास्त एसडीओ को सौंप दिया। उजिरपुर एमपी की बात किसानों ने नहीं मानी। उन्हें भी मायूसी हाथ लगी।