बिहार में सैलाब से अबतक 160 लोगों की मौत हो गयी है जबकि 54 लाख की आबादी मुतासीर हुई है. आफत इंतेजामिया महकमा के खुसूसी काम ओहदेदार विपिन कुमार राय ने बताया कि 15 जून से अबतक बिहार में सैलाब से 160 लोगों की मौत हो गयी है जिनके मुतासीरों को ग्रांट की रकम फराहम करा दी गयी है।
उन्होंने बताया कि रियासत में मौजूदा में 20 अज़ला की 54 लाख आबादी बाढ से मुतासीर हैं और इन अज़ला में से खास कर 12 अज़ला पटना, भोजपुर, बक्सर, सारण, भागलपुर, कटिहार, वैशाली, बेगूसराय, खगडिया, समस्तीपुर, मुंगेर और लखीसराय जो कि गंगा नदी में आयी सैलाब से मुतासीर हैं, में लोगों को पनाह देने के लिए कोसी आफत की तरह कुल 85 कैंप लगाए गए हैं।
राय ने कहा कि मदद मापदंड के मुताबिक सैलाब मुतसिरिन को फी खानदान एक-एक क्वींटल अनाज तक़सीम किए जा रहे हैं और इन 20 अज़ला में अबतक दो लाख आठ हजार 796 क्वींटल अनाज की तक़सीम किया गया है। उन्होंने बताया कि बाढ मुतासीरों को नगद ग्रांट के तौर पर फी खानदान डेढ-डेढ हजार रुपये दिए जा रहे हैं और अबतक 24 करोड 32 लाख रुपये नगद ग्रांट तक़सीम किये गए हैं।
उन्होंने पटना में सैलाब की हालात को क़ाबू मे बताते हुए कहा कि यहां के सैलाब की हालत तजवीज रियासत के चीफ़ सेक्रेटरी की सतह पर शाम में रोजाना की जाती है। राय ने कहा कि पटना शहर में नासरीगंज से रानीघाट तक महफूज दीवार बनी हैं और उसमें 130 मुकामात पर आने जाने के लिए खाली मुकाम हैं जिसे पानी वसायल महकमा की तरफ से आधा सील कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पानी वसायल महकमा के 20 स्लूईस गेट जिससे गंगा में पानी जाता था उसे भी बंद कर दिया गया है।