पटना : बिहार में अक्तूबर-नवंबर में एसेम्बली इंतिख़ाब होने जा रहे हैं। ऐसे में बिहार के नौजवान वोटर जब अपना वोट डालने के लिए घरों से निकलेंगे तो उनके मन में जो सबसे बड़े मुद्दे होंगे उनमें बेरोज़गारी एक अहम मुद्दा होगा।
बिहार में कुल आबादी का 27 फीसद नौजवान हैं जिनकी उम्र 15 से 30 साल के दरमियान है। तादाद में बात करें तो ये अदाद तकरीबन 10.4 करोड़ है.
वैसे भारत के सबसे ग़रीब रियासतों जैसे मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और उड़ीसा में इस उम्र तबके की आबादी औसतन 30 फ़ीसद है। यानी इस जमरे में शामिल बिहार इस औसत उम्र तबके में सबसे निचली पायदान पर है। हालाँकि रोज़गार की बात करें तो इस उम्र तबके के लिए यहाँ सबसे कम रोज़गार हैं। बिहार में सबसे ज़्यादा नौजवान खेती करते हैं, उसके बाद वे कंस्ट्रक्शन और कारोबार के शोबे में हैं।
बशुक्रिया : बीबीसी हिन्दी
( इंडियास्पेंडके रिसर्च की बुनियाद पर )