पटना 8 मार्च (पी टी आई) बिहार असेंबली में आज एक इजतिमाई क़रारदाद मंज़ूर की गई जिस में ख़वातीन को बाइख़तियार बनाने का अज़म शामिल था।
वज़ीर-ए-आला नीतीश कुमार ने ऐलान किया कि उनकी हुकूमत ने 10,000 सेल्फ हेल्प् ग्रुपस (SHGS) की बनाने का मंसूबा बनाया है ताकि ख़वातीन को मआशी तौर पर ज़ाइद मुस्तहकम बनाया जा सके। वकफ़ा-ए-सवालात के इख़तताम के फ़ौरी बाद नीतीश कुमार ने आलमी यौमे ख़वातीन के मौक़े पर ख़वातीन को मुबारकबाद देते हुए अपनी बात एक बार फिर दुहराई और कहा कि ख़वातीन को तहफ़्फ़ुज़ फ़राहम करना और मआशी तौर पर उन्हें मुस्तहकम करना हुकूमत का अहम मक़सद है।
अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि रियास्ती हुकूमत ने ख़वातीन की फ़लाह-ओ-बहबूद के लिए कई इबतिदाई इक़दाम किए हैं, जिनमें पंचायतों और मजालिस मुक़ामी में ख़वातीन के लिए 50 फ़ीसद नशिस्तें महफ़ूज़ रखना शामिल है। ख़वातीन को मआशी तौर पर मुस्तहकम रखने के लिए वज़ीर-ए-आला ने कहा कि रियास्ती हुकूमत आइन्दा चार ता पाँच साल के दौरान 10,000 सेल्फ हेल्प् ग्रुपस (SHGS) बनाने का मंसूबा रखती है।
वज़ीर-ए-आला की तजावीज़ का तमाम लेजिस्लेचर्स (विधायकों) ने ख़ुसूसी तौर पर ख़ातून एम एल एज़ ने डेस्क थपथपाकर खैरमक़दम किया। वज़ीर-ए-आला की जानिब से तक़रीर के इख़तिताम के फ़ौरी बाद स्पीकर उदय नारायण चौधरी ने कहा कि ऐवान में ख़वातीन को बाइख़तियार बनाने के लिए इजतिमाई क़रारदाद मंज़ूर की गई है। यहां इस बात का तज़किरा दिलचस्पी से ख़ाली न होगा कि बिहार असेंबली में आज़ादी के बाद से पहली बार 243 रुकनी ऐवान में ख़ातून एम एल एज़ की तादाद सब से ज़्यादा यानी 36 है।