पटना: बीजेपी की जुमे के रोज़ बेंगलुरु में बैठक के दौरान बिहार में ‘जंगल राज 2′ के तब्सिरे से तिलमिलाए बिहार के वज़ीर ए आला नीतीश कुमार ने हफ्ते के रोज़ बीजेपी से सवाल किया कि ‘साल 2002 का गुजरात दंगा क्या था?’
बीजेपी सदर अमित शाह ने जुमे के रोज़ बेंगलुरु में बीजेपी की क़ौमी मजलिस ए आमला (National Executive) की बैठक में कहा था कि बिहार में ‘जंगल राज 2′ लौट आया है. इस तल्ख तब्सिरे से नाराज नीतीश ने बीजेपी पर करारा पलटवार करते हुए सहाफियों से बातचीत में कहा कि गोधरा का 2002 का दंगा क्या था, इसका जवाब दें.
नीतीश ने कहा कि उन्हें दूसरे मुकामो पर कानून निज़ाम के बारे में बात करने का क्या अख्लाकी हक है. अपने जानशीन जीतन राम मांझी के बागी बन जाने पर गुजश्ता 22 फरवरी को चौथी मरतबा सीएम का ओहदा संभालने वाले नीतीश ने कहा कि रियासत में कानून का राज कायम है.
शाह के बीजेपी के दस साल से ज़्यादा इक्तेदार में रहने के दावे के बारे में नीतीश ने कहा कि उनकी हवा निकल गई है और सत्ता में एक साल पूरा होने से पहले ही उन्हें लोगों का गुस्सा झेलना पड़ रहा है. उन्होंने बीजेपी पर ‘जुंबलेबाजी’ : ‘बड़े-बड़े दावे’ करने में माहिर होने का इल्ज़ाम लगाते हुए कहा कि इस पार्टी का नाम ‘भारतीय जुंबलबाज पार्टी’ होता तो अच्छा होता.
शाह ने बेंगलुरु में बीजेपी की बैठक के दौरान जुमे के रोज़ इल्ज़ाम लगाया कि एनडीए से जेडीयू के अलग होने के बाद बिहार में ‘जंगल राज 2′ लौट आया है और यकीन के साथ कहा कि रियासत की जनता आइंदा साल में होने वाले विधानसभा इंतेखाबात में बीजेपी के हक में वोट देगी.
गौरतलब है कि लालू प्रसाद की पार्टी आरजेडी जिसके 1990 से 2005 तक के दौर ए इक्तेदार को खराब कानून निज़ाम सबब अपोजिशन की तरफ से ‘जंगलराज’ की ताबीर दी गई थी, की ताईद से मौजूदा नीतीश हुकूमत चल रही है.