पटना : इस बार भी एसेम्बली इंतिख़ाब का शोरगुल शुरू होने से पहले ही दो खानदान के चार शहजादे अपनी रोशनी बिखेरने के लिए तैयार हैं। मुतनाज़ा बाहुबली लीडर आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद सियासत में उतरने की कोशिश में हैं। इसी तरह से पटना के एक दूसरे कोने में राष्ट्रीय जनता दल के सरबराह लालू प्रसाद यादव के तीन बच्चे इंतिख़ाब लड़ने को तैयार हैं।
चेतन आनंद की वालिदा और साबिक़ एमपी लवली आनंद जीतन राम मांझी की हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा में शामिल हो गई हैं।
जबकि वालिद साबिक़ एमपी आनंद मोहन, कत्ल के एक मामले में उम्र क़ैद की सज़ा काट रहे हैं।
साबिक़ वजीरे आला वालिदैन की सबसे बड़ी बेटी मीसा भारती यादव, तेज प्रताप यादव और तेजस्वी प्रसाद यादव इस बार इंतिख़ाब में अपनी किस्मत आज़मा रहे हैं। मीसा भारती यादव ने एमबीबीएस की डिग्री हासिल की है। तेजस्वी प्रसाद यादव ’12वीं तक’ दिल्ली के नामी डीपीएस में पढ़े हैं। बकौल उनके उसके बाद, वो क्रिकेट में मसरूफ़ हो गए। तेज प्रताप ने बिहार में धर्मनिरपेक्ष सेवक संघ शुरू किया। उनके वालिद लालू प्रसाद के पुराने साथी और रियासत के कद्दावर नेता रघुवंश प्रसाद सिंह भले मानते हों कि,
यादव खानदान के इन तीन बच्चों के हिमायत पूरे जोश में हैं। राजद के सदर लालू प्रसाद मुक़दमों की वजह से खुद इंतिख़ाब नहीं लड़ सकते हैं। ” सीनियर सहाफ़ि संजय कुमार सिन्हा कहते हैं, “बड़े लीडर सियासत को अपने खानदान के एक प्राइवेट कारोबार के तौर में चलाते हैं। जैसे ये अपनी प्राइवेट जायदाद खानदान में बांटते हैं उसी तरह ये लोग सियासत का ट्रांसफर खानदान के दरमियान ही करते हैं। ”