बिहार से जल्द हो सकती है झारखंड की तरक्की : नीतीश

रांची 21 मई : बिहार के वज़ीरे आला नीतीश कुमार ने कहा है कि झारखंड की तरक्की बिहार से जल्दी हो सकती है। पर, बेपनाह इमकानात के बावजूद बेहतर हुक्मरानी की आदम मौजूदगी में झारखंड की हालत काबिले रहम हो गयी है। नीतीश पीर को जदयू के सदर शरद यादव के साथ रांची में थे। दोनों ने होली डे होम में कारकुनों के साथ बैठक की।

नीतीश कुमार ने कहा : कारकुनों को खेताब करते हुए नीतीश कुमार ने कहा झारखंड जिन वाज़ुहत को लेकर अलग हुआ, बदकिस्मती से उनका तदारक नहीं हो सका। तरक्की के तमाम ज़रूरी वसायल होते हुए भी आम लोगों की ज़िन्दगी बेहतर नहीं बन सका। झारखंड में तरक्की का माहौल भी नहीं बनाया जा सका।उन्होंने कहा : बिहार की तरक्की का सबसे बड़ी वजह अच्छे माहौल का होना है। लोगों के ज़ेहन बदले हैं। पहचान बदल रही है। झारखंड में भी माहौल बनाना जरूरी है।
झारखंड के पास वह सब कुछ है, जो बिहार के पास नहीं है। यहां की तरक्की बिहार से तेज हो सकती है। बिना सियासी लड़ाई के नहीं बदल सकती झारखंड की सूरत।

शरद यादव ने कहा : रियासत तबाही के देहाने पर पहुंच गया है।पूरी दुनिया से लोग आकर इसे लूट रहे हैं। यहां के लोगों में मायूसी है। झारखंड की यह सूरत सियासी लड़ाई से ही बदल सकती है. मौसिर केयादत और अच्छी हुकूमत ही मायूसी दूर कर सकता है। उन्होंने कहा : झारखंड पार्टी की बड़ी फ़िक्र है। यह जदयू का पुराना गढ़ रहा है। पार्टी की नजरिया झारखंड में बड़ी शानदार रही है।

नीतीश ने कारकुनों से कहा

– झारखंड का सियासी माहौल बदलें।
– समाज के सबसे नीचे के सख्स तक पहुंच कर पार्टी के नज़रियात का प्रचार करें।
– बिछड़े साथियों को शामिल करें ।
– राजा पीटर के कियादत में तंजीम की तौसीह कर कामयाबी की राह तलाशें। हो सकता है इसमें वक़्त लग जाये।
– आपस में इत्तेहाद रखते हुए आम आदमी की ज़िन्दगी बेहतर बनाने की कोशिश करें।

शरद ने कारकुनों से कहा

– लोगों को बतायें कि यह बेदागों की पार्टी है। पिछले आठ सालों से बिहार में एक वजीर पर अंगुली उठानेवाला कोई नहीं है।
– बिहार को देख कर झारखंड बनाने का भी आज़म लें। बिहार जैसा राह बनायें।
– तंजीम मजबूत बनायें और बाहमी एख्तेलाफ़ भुलायें।
– आपस में मुहब्बत रखें मिल कर काम करें।
– राजा पीटर के कियादत में झारखंड को बदल दीजिये।