हैदराबाद 14 अगस्त : सारी दुनिया में हैदराबादी अपनी शराफ़त इन्सानियत दोस्ती , मुहब्बत-ओ-मुरव्वत , जज़बा हमदर्दी , ईसार-ओ-ख़ुलूस और मेहमान-नवाज़ी के बाइस एक मुनफ़रद-ओ-अलाहिदा पहचान रखते हैं। ज़रूरतमंदों-ओ-परेशान हाल इन्सानों की मदद में भी हैदराबादी आगे आगे रहते हैं। हिन्दुस्तान के किसी भी हिस्से में सैलाब-ओ-तूफ़ान-ए-बाद-ओ-बाराँ आजाए ज़लज़ले से लोग मुतास्सिर होजाएं या फ़िर्कावारीयत फ़सादाद में अपनी जान-ओ-माल से महरूम होजाएं तो हैदराबादियों की आँखों से आँसू रवां होजाते हैं।
उनके दिल मज़लूमों की बेबसी और मजबूरी पर रोने लगते हैं वो उनकी मदद के लिए दौड़ पड़ते हैं। बिहार फ़िलवक़्त सैलाब से मुतास्सिर है इदारा सियासत ने अपने क़ारईन से बिहार ख़ासकर किशनगंज के अपने परेशान हाल भाईयों और बहनों की मदद की अपील की थी जिस पर ना सिर्फ हिन्दुस्तान बल्के अक़्ता आलम में फैले हुए क़ारईन सियासत से ग़ैरमामूली हौसला अफ़ज़ा-ए-रद्द-ए-अमल हासिल हुआ और बिहार के परेशान हाल लोगों के लिए 10 लाख रुपये माली मदद की पहली क़िस्त रवाना की गई।
यहां इस बात का तज़किरा ज़रूरी होगा कि एडिटर सियासत ज़ाहिद अली ख़ां से बिहार के मुमताज़ समाजी जहदकार मुजाहिद आलम ने रब्त पैदा करते हुए मुल्क के दुसरे इलाक़ों के परेशान हाल लोगों की जिस तरह मदद की गई बिहार सैलाब के मुतास्सिरीन की मदद की जाये। जिस पर ज़ाहिद अली ख़ां ने अपने क़ारईन से उन मुसीबत ज़दगान की मदद की अपील की थी और अल्लाह ने लोगों के दिलों में मुतास्सिरीन के लिए इस क़दर रहम डाल दिया कि क़ारईन सियासत ने सिर्फ चंद दिनों में 10 लाख रुपये से ज़ाइद इस फ़ंड में जमा करवाए। एडिटर सियासत की अपील का असर ये हुआ कि शहरे हैदराबाद में मलबूसात के मशहूर-ओ-मारूफ़ शोरूमस ने अपने स्टाक का एक बड़ा हिस्सा बिहार सैलाब मुतास्सिरीन के लिए फ़राहम किया।
चुनांचे आज की तारीख़ तक दफ़्तर सियासत में मर्दानी , ज़नानी , बचकानी कपड़ों के 100 से ज़ाइद कार्टूनस जमा हो चुके हैं। हैरत की बात ये है कि इन कपड़ों में दुल्हनों के मलबूसात ( लिबास उरूसी ) भी शामिल हैं। इतमीनान की बात ये है कि इसी किस्म के मज़ीद 100 ता 125 कार्टूनस तैयार किए जा रहे हैं। इस कार-ए-ख़ैर मैं सियासत मिल्लत फ़ंड को फै़जे आम ट्रस्ट और इस के सेक्रेटरी इफ़्तिख़ार हुसैन और हेल्पिंग हैंड और इस के सदर शौकत अली मिर्ज़ा का भरपूर तआवुन हासिल है।ज़ाहिद अली ख़ां ने क़ारईन सियासत के इस जज़बा इन्सानियत की सताइश करते हुए उनका दिल की गहिराईयों से शुक्रिया अदा किया।