बीआइटी मेसरा में इंजीनियरिंग में फरजी तरीके से दाखला दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करने का मामला रौशनी में आया है।दाखला के लिए बीआइटी मेसरा के नाम पर फरजी ई-मेल और लेटर पेड का इस्तेमाल किये जाने की इत्तेला मिली है।
ई-मेल से ही मुताल्लिक तालिबे इल्म को दाखला लेने की जानकारी दी जा रही है। वहीं रांची के ही एक प्राइवेट बैंक का अकाउंट नंबर भी दिया जा रहा है, जिसमें नामांकन के लिए रक़म जमा करने को कहा जा रहा है। इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ, जब बुध को भागलपुर से एक तालिबे इल्म अदारे में दाखला के लिए पहुंचा। जब उससे पूछा गया कि दाखला के लिए उन्हें कैसे जानकारी मिली।
इस पर उस तालिबे इल्म ने ई-मेल और लेटर पेड को दिखाया, जिसमें कहा गया है कि बीटेक कंप्यूटर साइंस में 23 सीट बचे हुए हैं। इसमें दाखला के लिए उनका सेलेक्शन हुआ है। तालिबे इल्म ने उस अकाउंट नंबर भी दिखाया, जिसमें 41 हजार रुपये जमा करने के लिए कहा गया। अदारे के अफसरों ने जब बारीकी से इसकी जांच की, तो पूरा मामला फरजी साबित हुआ। फिलहाल वीके चांसलर ने पूरे मामले के जांच के हुक्म दिये हैं। ई-मेल और फरजी लेटर का इस्तेमाल करने के मामले में किसी लाहिड़ी का नाम सामने आया है। यूनिवर्सिटी इंतेजामिया जांच के बाद आगे की कार्रवाई करेगी।