बीएमसी चुनाव में भी ईवीएम पर उठे थे सवाल, एक प्रत्याशी को खुद का भी वोट नहीं मिला था

नई दिल्ली: यूपी विधान सभा चुनाव के बाद आये नतीजों पर कई सवाल उठ रहे हैं. यूपी में बीजेपी के एकतरफा जीत पर मायावती ने सवाल उठाई है. जिसमे उनहोंने कहा है कि मतदाताओं ने बसपा को वोट दिया है, लेकिन वो वोट ‘ईवीएम मैनेज के कारण’ बीजेपी के खाते में चली गई. बता दें कि मायावती का ये सवाल जायज़ इसलिए भी है, क्योंकि बिलकुल इसी तरह के मामल बीएमसी चुनाव के दौरान हुआ था, जिसको लेकर निर्दलीय प्रत्याशी श्रीकांत शिरसत ने राज्य निर्वाचन आयोग से इस मुद्दे पर सवाल उठाए थे.

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बीएमसी चुनाव में गड़बड़ी को लेकर प्रत्याशी का कहना था कि उसने और उसके परिजनों ने खुद के लिए वोट किया था बावजूद इसके उन्हें शून्य वोट मिला. आखिर ऐसा कैसे हो सकता है इससे साफ जाहिर होता है कि ईवीएम मशीन में गड़बड़ी की गई है.

वार्ड नंबर 164 से चुनाव लड़े निर्दलीय प्रत्याशी ने इस मामले को लेकर निर्वाचन आयोग से शिकायत भी की थी. जिसमे उनहोंने लिखा था कि ईवीएम मशीन में गड़बड़ी है, (मैनेज किया गया है), इसलिए मेरी वोट भी मुझे नहीं मिली.

नेशनल दस्तक के मुताबिक, इससे पहले भी ऐसे कई मामले आ चुके है जब ईवीएम पर सवाल उठे है, ऐसे में मायावती के इस आरोप में सच्चाई हो भी सकती है. मायावती ने भाजपा पर बरसते हुए कहा कि मुस्लिम बहुल इलाकों में जिस तरह से परिणाम सामने आ रहे हैं, उससे इस बात की आशंका है कि ईवीएम में गड़बड़ी की गई थी, जिससे सभी वोट बीजेपी के खाते में चली गई.

बता दें कि मायावती का यह भी कहना है कि ईवीएम के किसी भी बटन पर वोट देने से वो वोट भाजपा को मिल रहे थे.

उल्लेखनीय है कि भाजपा ने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए जिस तरह से 265+ का लक्ष्य रखा था वो मतगणना के रुझान के बाद नतीजों में बदल रहे हैं,