नई दिल्ली: एनजीओ एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स एडीआर और चुनाव वाच की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा की घोषित संपत्ति की मूल्य में बढ़ोतरी हुई है। बीजेपी की घोषित संपत्ति 2004-05 में 122.93 करोड़ रुपये थी, वही 2015-16 में 893.88 करोड़ रुपये बढ़ गयी है। जबकि कांग्रेस की बढ़ोतरी 167.35 करोड़ रुपये से 758.79 करोड़ रुपये हो गयी है।
एडीआर और चुनाव वॉच द्वारा जारी एक संवाददाता सम्मेलन में, चुनाव आयोग से पहले पार्टियों की घोषणाओं का हवाला देते हुए बताया की इस 11 वर्षीय अवधि के दौरान तृणमूल कांग्रेस की संपत्ति के मूल्य में 0.25 करोड़ रुपए से 44.99 करोड़ रुपए की बढोतरी हुई है।
एडीआर नेशनल कोऑर्डिनेटर अनिल शर्मा ने कहा कि सीपीआई (एम) की परिसंपत्तियों का कुल मूल्य 383.47 प्रतिशत की वृद्धि दर से बढ़ा है, जो 90.55 करोड़ रुपए था और अब यह 437.78 करोड़ रुपए हो गया है।
उन्होंने कहा, सीपीआई की संपत्ति के मूल्य में वृद्धि सबसे कम है – जो 5.56 करोड़ रुपए से 10.18 करोड़ रुपए हुई है।
वर्मा ने कहा, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की परिसंपत्तियों का मूल्य 43.09 करोड़ रुपए से 559.01 करोड़ रुपए बढ़ गया है और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की बढ़ोतरी 1.6 करोड़ रुपए से 14.54 करोड़ रुपए हुई है।
श्री वर्मा ने कहा कि ‘अन्य परिसंपत्तियों’ के तहत की जाने वाली घोषणाओं को आसानी से जांच नहीं की जा सकती है।
“जबकि विवरण अचल संपत्ति, ऋण और अग्रिम, एफडीआर / जमा, टीडीएस और निवेश के तहत विशिष्ट हैं, विवरण ‘अन्य परिसंपत्तियों’ शीर्षक के तहत संपत्ति के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं हैं।
वर्मा ने कहा, “2004-05 से 2015-16 तक सात राष्ट्रीय दलों की संपत्ति में वृद्धि सभी परिसंपत्ति प्रमुखों के बीच ‘अन्य परिसंपत्तियों’ के मुकाबले सबसे अधिक हुई है।”
वर्मा ने कहा, “रुपये की घोषणा के बाद भाजपा वर्तमान में सबसे अधिक पूंजी 868.889 करोड़ रुपये की पार्टी है, इसके बाद 557.38 करोड़ रुपए की बसपा और 432.64 करोड़ रुपए सीपीआई (एम) की है।”