बीजेपी और RSS दलित हितैषी बनने का नाटक कर रही है, जबकि विचारधारा निचले पायदान पर रखने की है- राहुल गांधी

कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच जुबानी जंग जारी है। दोनों ही पार्टियां जीत के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही हैं। लड़ाई सिर्फ जमीन पर ही नहीं लड़ी जा रही है बल्कि सोशल मीडिया पर भी कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे के खिलाफ जमकर हमला बोल रहे हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी रैलियों के साथ-साथ ट्विटर के माध्यम से पीएम मोदी पर हमला कर रहे हैंं। राहुल गांधी ने रविवार ​को भी एक वीडियो जारी कर भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर निशाना साधा।

कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट किया कि चुनाव के लिए भाजपा और आरएसएस दलित हितैषी बनने का नाटक कर रही है। लेकिन असल में दोनों की विचारधारा दलितों और आदिवासियों को निचले पायदान पर रखने की है।

ट्विटर पर जारी वीडियो में येदियुरप्पा समेत अन्य भाजपा नेताओं के विवादित बयानों को हाइलाइट किया गया। वीडियो में दिखाया गया कि बीते चार सालों में देश में किस तरह दलितों पर अत्याचार हुए। गौरक्षा के नाम पर कैसे उन्हें मारा-पीटा गया और हत्या कर दी गई।

वहीं इस वीडियो में उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ को भी दलित विरोधी बताया गया हैं। इसमें दिखाया गया है कि योगी के किसी दलित बस्ती में जाने से पहले कैसे दलितों को नहाने को कहा जाता है। यूपी के मंत्री दलितों के घर भोजन का दिखावा कर रहे हैं।

इस वीडियो में केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े के उस बयान का भी जिक्र किया गया है जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा सरकार भीमराव आंबेडकर का संविधान बदलने का इरादा रखती है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर भी आरोप लगाया गया कि वह आरक्षण खत्म करने की वकालत कर रहे हैं।

इस वीडियो में पूछा गया कि क्या भारत को ऐसा प्रधानमंत्री चाहिए जो इतने ज्वलंत मुद्दों पर चुप रहता है। बता दें कि राहुल गांधी ने शनिवार को भी एक ट्वीट कर पीएम मोदी को 5 मिनट बोलने की चुनौती दी थी। उन्होंने वीडियो जारी कर कहा था कि प्रधानमंत्री की समस्या यह है कि वे बोलते बहुत हैं लेकिन उनकी कथनी और करनी में फर्क है।