बीजेपी कसूरवारों को बचाने में मसरूफ़

जेडीयू की सीनियर लीडर और राज्यसभा एमपी मोहतरमा कहकशा परवीन ने कहा है की एमपी के व्यापम घपले के असल कसूरवारों को बचाने के लिए रोज़ हो रहे कत्ल से मुल्क में दहशत का माहौल बनता जा रहा है। ऐसा लग रहा है की इस मुल्क में कहीं भी कभी भी किसी का कत्ल किया जा सकता है और इसे खुदकशी या आम मौत की शक्ल भी दे दी जा सकती है। जबसे मरकज़ में बीजेपी बरसरे इक्तिदार आई है एमपी में इस घपले में मरने वालों का सिलसिला मजीद तेज़ हो गया है। इस सहाफ़ि की मुश्तबा मौत के बाद कल देहली में जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन मुर्दा पाये गए और आज एक लेडी ट्रेनी सब इंस्पेक्टर की मौत हो गयी। मुश्तबा मौत और कत्ल का ये सिलसिला कब जाकर रुकेगा कोई नहीं बता सकता। एमपी के वजीरे दाखिला का भी कहना है की जो आया है इसे एक दिन मरना है। मरकज़ी हुकूमत भी कान में तेल डाल कर सो गयी है और वजीरे आजम तो अपने गैर मुल्की दौरे पर निकले हुये हैं।

कहकशाँ परवीन ने कहा की जब कोई रियासती हुकूमत अपना काम बेहतर तरीका से नहीं कर पाती है तो मरकज़ को इस में मुदाखिल करनी चाहिए। पूरी दुनिया में हिंदुस्तान की इज्ज़त मिटाने वाला इतना बड़ा घपला और इस के कसूरवारों को बचाने के लिए रोज़ नए कत्ल के बावजूद मरकज़ी हुकूमत जिस तरह लापरवाह बनी है इसे शक को कूवत मिलती है। इस मामले में जहां वहाँ के गवर्नर के बेटे तक का कत्ल हो चुका है। वजीरे दाखिला का मुश्तबा बयान और वजीरे आला का सीबीआई जांच से इंकार इस घपले में बड़े बड़े लोगों के हाथ होने का इशारा है। वजीरे आला शिवराज सिंह चौहान और उनकी बीवी पर भी इस घपले में मौलूस होने का इल्ज़ाम लगता रहा है। एमपी के इस घपले की आंच पूरे मुल्क समेत बिहार को भी जला रही है।पूरे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए।