नोट्बंदी के पूरे एक साल हो चुके हैं| सत्ताधारी सरकार इसका जश्न मना रही है| वहीँ विपक्षी दल आज काला दिवस के रूप में मना कर मोदी सरकार को घेरने में लगी है| विपक्ष का कहना है की नोट्बंदी सबसे बड़ी त्रासदी है जिसमे कई लोगों की जान गयी और साथ ही भारतीय अर्थव्यवस्था भी डगमगाई| लेकिन सरकार का मानना है की इससे भारत भ्रष्टाचार मुक्त हो गया है इसलिए वह जश्न मना रही है| इसी मौके पर देशभर में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उन विरोधी दल के नेताओं के पुतले फूंके जो नोटबंदी के विरोध में हैं.
बिहार में नोटबंदी का विरोध करने वाले नेता आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पुतले फूंके गए|
बीजेपी युवा मोर्चा की दिल्ली यूनिट के अध्यक्ष सुनील यादव ने कहा कि नोट्बंदी जैसे सफल और साहसिक फैसले के लिए पीएम मोदी का समर्थन करने के बजाए विपक्ष इसे लेकर काला दिवस मना रहा है| उन्होंने नोटबंदी की सालगिरह पर कांग्रेस को रावण बताकर उसे कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की है|