बीजेपी का ‘कट्टर हिंदू’ ही मोदी का दुश्मन

गंगा किनारे एक आश्रम है‍ और यहां संत से सियासतदां बने साक्षी महाराज मल्लाह (नाव चलाने वाले) जैसी ऐक्टिंग कर बताते हैं कि अगर नरेंद्र मोदी सरकार हिंदूओं की मांग को नजरअंदाज करती है तो क्या होगा. भगवा पहने साक्षी महाराज कहते हैं, ‘मोदी को एक ऐसा मल्लाह बनना होगा, जो एक चप्पू से मआशियत (Economy) संभाले और दूसरे चप्पू से हिंदू अजेंडा.’

साक्षी कहते हैं कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो नाव का बैलेंस बिगड़ जाएगा और वह नाचने लगेगी. साक्षी, जिन पर दंगा करने, फिर्कावाराना तशद्दुद भड़काने जैसे इल्ज़ाम हैं, मोदी की पार्टी में ऐसे लोगों में शुमार हैं जिनकी शबिया (इमेज) हिंदू हार्डलाइनर की है और जो हुकूमत की इक्तेसादी बेहतरी की पालिसी को पीछे धकेल रहे हैं.

कुछ महीने पहले साक्षी महाराज ने कभी महात्मा गांधी के क़ातिल को हुब्ब्ल वतनी कहकर माहौल को गर्म किया तो कभी मज़हब की हिफाज़त / दिफा के नाम पर ख़्वातीन को चार-चार बच्चे पैदा करने की नसीहत देकर मोदी सरकार की मुसीबतों को बढ़ा दिया. यहां तक कि साक्षी महाराज ने इस्लाम या ईसाई मज़हब अपनाने वाले हिंदुओं को सजा-ए-मौत देने की मांग भी कर डाली.

यह एक ऐसे लीडर की सलाहियत का इम्तेहान है, जिसे इंदिरा गांधी के बाद जनता ने इतनी ताईद दी है. मोदी हिंदू हार्डलाइनर्स के मुफादात को नजरअंदाज कर रहे हैं तो वे खुद ही अपना अजेंडा की तश्हीर करने में लगे हुए हैं.

मिसाल के तौर पर, साक्षी महाराज चाहते हैं कि हिंदू से दूसरे मज़हब में तब्दील हुए लोगों को गैर कानूनी करार कर दिया जाए. साक्षी यह भी चाहते हैं कि गाय काटने पर भी सजा-ए-मौत दी जाए. नई दिल्ली में साउथ एशिया अनैलेसिस ग्रुप के डायरेक्टर एस. चंद्रशेखरन कहते हैं, ‘मोदी के लिए ऐसे इंतिहाई अनासिर बड़ी चुनौती हैं. अगर वह इन पर लगाम कसने में नाकाम हुए तो ये लोग मोदी के मिशन को बुरी तरह मुतास्सिर करेंगे.’

अमेरिकी सदर बराक ओबामा ने भी हाल के हिंदुस्तान दौरे पर हिंदुस्तान को मज़हब के नाम पर न तक्सीम करने का पैगाम दे दिया था और कहा था कि इस पर ही हिंदुस्तान की तरक्की टिकी हुई है. इसके बावजूद महाराज कहते हैं, ‘मोदी समेत ज्यादातर हिंदुस्तानी उनके जैसी ही सोच रखते हैं और मैं हिंदू अजेंडे को बढ़ावा देता रहूंगा.’

मोदी के लिए राह आसान नहीं क्योंकि एक तरफ साक्षी महाराज खुद को इतना ताकतवर समझते हैं कि वो सरकार गिराने और बनाने का दावा कर देते हैं तो दूसरी तरफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ओहदेदार भी महाराज जैसे हिंदू हार्डलाइनर्स को ताईद देने की बात करते हैं.