पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के परिणामों ने देश के सियासी गलियारों में खासा हड़कंप मचा रखा है। मोदी लहर के साथ देश को नई दिशा देने का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी को जनता ने करारा झटका दिया है।
वहीं राहुल के रथ पर सवाल कांग्रेस ने इस चुनाव में अपने जनाधार में जबरदस्त बढ़ोतरी की है। पांच राज्यों राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के परिणामों के बाद कांग्रेस ने तीन राज्यों में अपनी जीत का परचम लहराया है। ये जीत इसलिए अहम क्योंकि ये तीनों राज्य भाजपा के गढ़ माने जाते हैं।
तीन प्रदेशों की बात करें तो यहां जनता ने भाजपा की नीतियों को सिरे से नकारा है और पंजे के विजन को स्वीकारा है। तीन राज्यों में भाजपा को सबसे ज्यादा नुकसान छत्तीसगढ़ में हुआ है।
पिछले चुनाव के मुकाबले भाजपा ने यहां 8 फीसदी का नुकसान उठाया जबकि मध्यप्रदेश में ये नुकसान करीब 4 फीसदी रहा वहीं राजस्थान में भी जनता की नाराजगी की शिकार होना पड़ा।
जैसा कि पहले से ही साफ था इन पांच राज्यों के चुनावों को देश की सत्ता के समीफाइनल के रूप में देखा जा रहा था और ये माना जा रहा था कि सेमीफाइनल जीतने वाले फाइनल के लिए क्वालिफाई होगा। इस लिहाज से कांग्रेस अब न केवल फाइनल के क्वालिफाई हो गई है बल्कि मजबूत दावेदार भी बन गई है।
लोकसभा चुनाव 2019 में अब ज्यादा वक्त नहीं है। कुछ मुद्दे हैं जिन्हें कांग्रेस संतुलन के साथ भुना लेती है तो भाजपा को सत्ता से बेदखल करने में कामयाब होगी।
किसानों की कर्ज माफी, रोजगार और महंगाई जैसे मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने अपनी कमर कस भी ली है। राहुल लगातार अपने बयानों में इन मुद्दों को उठाते रहे हैं। अब तीन महीने में इन पर ठीक काम होता है तो माना जा सकता है कि लोकसभा के लिए पंजा पूरी तरह तैयार है।
साभार- ‘पंजाब केसरी’