एक तरफ जहां केन्द्र की सत्ताधारी बीजेपी के नेतृत्ववाली सरकार अपनी छवि को सुधारने में लगी हुई है तो वहीं दूसरी तरफ उनकी सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान ने कहा कि इसका असर अगले साल होनेवाले लोकसभा के चुनाव पर पड़ सकता है।
केन्द्रीय मंत्री पासवान ने मोदी सरकार के एक और टर्म की बात तो कहीं लेकिन उन्होंने कहा कि इसके लिए बीजेपी को अपनी छवि सुधारनी होगी क्योंकि इसकी छवि मुख्य तौर पर अगड़ी जातियों तक ही सीमित है।
पासवान ने अपने दिए इंटव्यू में कहा, “जो कुछ भी सरकार कर रही है वह सभी के लिए किया जा रहा है। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भी शामिल हैं। उसने बहुत कुछ किया है।
लेकिन, इन सभी चीजों के बावजूद लोगों की राय नहीं अल्पसंख्यकों और सामाजिक तौर पर पिछड़े वर्गों को लेकर नहीं बदल रही है।”
पासवान ने कहा कि विपक्षी दल बीजेपी के इस ऊंची हिन्दू समर्थन वाली छवि का फायदा उठा सकते हैं जिसको जोरदार तरीके से काउंटर करने की जरूरत है।
बीजेपी ने कहा कि पासवान की यह टिप्पणी सहयोगी दल की तरफ से एक सकारात्मक आकलन है। बीजेपी के प्रवक्त जीवीएल नरसिम्हाराव ने कहा- हमें इस तथ्य पर सतर्क रहने की जरूरत है कि विपक्षी पार्टियां लगातार गैर-तार्किक मुद्दे को उठाती हैं लेकिन उसमें वे सभी फेल रही है।