पटना : लालू प्रसाद ने ज़ात के बदले मजहब पर बनी मरदम शुमारी रिपोर्ट जारी करने पर मरकज़ की बीजेपी हुकूमत पर सख्त हमला करते हुये बीजेपी की ज़ेहनियत को मुतजाद बताया और कहा के गरीबों की समाजी बेदारी में उन्हें जंगल राज नज़र आता है। मिस्टर यादव ने सोशल मीडिया नेटवर्क फेसबूक पर लिखा है “बिहार से मुतल्लिक़ बीजेपी की ज़ेहनियत बहुत दिलचस्प और मुतजाद है। आज़ादी से लेकर 1990 तक हर जगह सिर्फ मुट्ठी भर तबके के लोग ही हुआ करते थे। समाजी, एक्तेसादी, तालीमी और सियासी एतबार से पसमानदा, महरूम, नज़र अंदाज़ आर इस्तेहालजदा तबके की कहीं कोई हिस्सेदारी नहीं थी, तब उन सरमायादारों को हर जगह मंगल राज नज़र आता था। समाजी बेदारी के बाद वोट की चोट की बदौलत उन महरूम तबकों के हाथ में इक़्तेदार आने लगा, तब उन को जंगल राज़ नज़र आने लगा।
आरजेडी सदर ने कहा 1990 में हम सब ज़ेहनी गुलामी से आज़ाद हुये औरों को भी आज़ाद कराया। खुली हवा में सांस ली, सरमायादाराना निजाम की जड़ों को हिलाया, गरीब-गुरबा अपने मुल्क में आज़ादी के साथ गौर करने लगे, निडर और बेखौफ होकर वो उनका मुकाबिला करने लगे तो उन्हें जंगल राज लगने लगा। ये जंगल राज नहीं बल्कि आज़ादी का राज था, मिस्टर यादव ने कहा की अब इस समाजी इंकलाब के वक़्त इक़्तेसादी इंकलाब का वक़्त आ गया है। हम सभों को तरक़्क़ी की ज़रूरत है। मण्डल कमीशन की सिफ़ारिश को मुकम्मिल तौर से नाफ़िज़ करवाना है। ज़ात पर बनी सर्वे के अदाद व शुमार को आम करना है और फिर इसी तनासिब में रिज़र्वेशन का दायरा बढ़ाना है।