बीजेपी को झटका: नीतीश कुमार ने फिर मारी पलटी!

मिशन लोकसभा चुनाव 2019 में जुटी भारतीय जनता पार्टी को सहयोगी दलों के बदले सुर झटका दे सकते हैं। शिवसेना लगातार सीधे मोदी सरकार पर अटैक करती रही है, वहीं अब नीतीश कुमार के भी सुर बदले-बदले से लग रहे हैं। अब उन्होंने नोटबंदी के नतीजों को लेकर सवाल उठाए हैं।

गौर करने वाली बात यह है कि जब वे बीजेपी के विपक्ष में थे तब भी उन्होंने मोदी के इस कदम को सराहनीय बताया था। इधर शनिवार को मोदी सरकार के चार साल पूरे होने पर भी वे कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से बचते नजर आ रहे थे।

हालांकि बाद में उन्होंने ट्वीट करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी थी। नीतीश ने अपने बधाई वाले ट्वीट में यह भी लिखा है, ‘विश्वास है सरकार जनता की अपेक्षाओं पर खरी उतरेगी।’

शनिवार को एक कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने कहा, ‘बैंकों की भूमिका के कारण नोटबंदी का लाभ जितना लोगों को मिलना चाहिए था, उतना नहीं मिल पाया। देश की प्रगति में बैंकों की बड़ी भूमिका है।

बैंकों का काम सिर्फ जमा- निकासी और लोन देना नहीं है, बल्कि एक-एक योजना में बैंकों की भूमिका बढ़ गई है। नीतीश का यह बयान पटना में राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की ओर से आयोजित 64वीं त्रैमासिक समीक्षा बैठक में सामने आया। गौरतलब है कि नीतीश ऐसे कई मुद्दों पर सियासी हालात से परे जाकर बेबाक बयान देते नजर आए हैं।

नीतीश का एनडीए के साथ रिश्ता हमेशा से बनता बिगड़ता रहा है। अटल सरकार में रेल मंत्री रह चुके नीतीश ने कभी गुजरात दंगों के बाद नरेंद्र मोदी का बचाव किया था, फिर दोनों के रिश्तों में तनातनी आई।

बिहार का पिछला विधानसभा चुनाव भी उन्होंने आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिलकर बीजेपी के खिलाफ लड़ा था। हालांकि बाद में उन्होंने पाला बदलकर बीजेपी से हाथ मिला लिया।