असम के बीजेपी नेता और पार्टी के आईटी सेल के फाउंडर प्रद्युत बोरा ने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता और राष्ट्रीय कार्यकारी समिति से इस्तीफा दे दिया है। उनका आरोप है कि पार्टी और सरकार में लोकतांत्रिक परंपरा के पटरी से उतरने की वजह से उन्होंने यह कदम उठाया है। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए हैं।
बोरा का यह भी कहना है कि बीजेपी अब वैसा नहीं रही जिसके बारे में ‘पार्टी विद अ डिफरेंस’ का दावा किया जाता था। बोरा ने शाह को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद हमारे सहयोगी अखबार इकनॉमिक टाइम्स से कहा, ‘पार्टी में उन्माद का माहौल है। किसी भी कीमत पर जीतने की लालसा ने पार्टी के मूल्यों को खत्म कर दिया है। यह पार्टी वैसी नहीं है जिसे मैंने 2004 में जॉइन किया था।’
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