बीजेपी को हराने के लिए सभी विपक्षी दलों को एक साथ लाऊंगा, पीएम बनने कोई इरादा नहीं- शरद पवार

2019 के लोकसभा चुनाव का समय जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे राजनैतिक गलियारों में गहमा-गहमी तेज होती जा रही है। संसद से लेकर सत्ता के गलियारों में राजनैतिक रोटियां सेकी जा रही हैं। इस बीच एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा है कि देश में आपातकाल जैसे हालात बने हुए हैं।

बता दें कि शरद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जो हालात 1975-76 के दौरान यानी कि आपातकाल था, वही स्थित देश में दुबारा दिखाई दे रही है। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि जब 1975 में देश में आपातकाल लगा था तब भी में खुश नहीं था।

गौरतलब है कि उस दौरना एनसीपी चीफ शरद पवार महाराष्ट्र की जूनियर कैबिनेट का हिस्सा थे। उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि जिस प्रकार इंदिरा आपातकाल के दौरान मीडिया पर सरकार का कब्जा था, मीडिया सरकार के खिलाफ कुछ भी नहीं छाप या दिखा सकती थी।

उसी तरीके से देश के हालात फिर से बनते हुए दिखाई दे रहे हैं। इतना ही नहीं जिस तरीके से उस दौरन देश के कौने-कौने से जो गांधी-गांधी की आवाजें आती थी वो सारा माहुल कांग्रेस के लोगों के द्वारा तैयार किया गया था।

2019 में पीएम के चुनाव को लेकर एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने कहा है कि मुझे, यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा को प्रधानमंत्री बनने की कोई महत्वाकांक्षा नहीं है। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मात देने के लिए हम तीनों नेताओं को देश के भर के विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि बसपा को महाराष्ट्र में एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन में शामिल होने के लिए न्योता दिया है। अगर मायावती साथ आती है तो हमें खुशी होगी और इसका फायदा भी होगा इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।

गौरतलब है कि पवार ने 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी एकता का रोडमैप बनाया है। पवार ने मौजूदा राजनीतिक स्थिति को 1977 जैसी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वैसे ही हालात हैं, जैसे इंदिरा गांधी के खिलाफ था।