बीजेपी नहीं, आरएसएस लड़ रहा इंतिखाबात : पासवान

लोजपा सरबराह रामविलास पासवान ने कहा है कि इस बार लोकसभा के इंतिखाबात में भाजपा सिर्फ मुखौटा है। असल में उसकी जगह आरएसएस इंतिखाबात लड़ रहा है। इंतिख़ाब जीतने के लिए हर तरह के हथकंडे आरएसएस की तरफ से अपनाये जा रहे हैं और आगे भी अपनाये जायेंगे।

बिहार में भाजपा की रैली के दौरान मारे गये लोगों के खानदान से मिलने के लिए नरेंद्र मोदी को भेजा गया। लोगों की मौत पर भी उन्होंने सियासत शुरू कर दी है। एनडीए इक्तिदार में बिहार में हर पंचायत में आरएसएस की शाख खुल गयी।

आरएसएस को बिहार में मजबूत करने में वज़ीरे आला नीतीश कुमार की अहम किरदार रही है। उन्होंने कहा कि दहशतगर्द से किसी खास मजहब के लोगों को जोड़ा जा रहा है, जो सही नहीं है। लोजपा की बैठक के बाद प्रेस कोन्फ्रेंस में मिस्टर पासवान ने कहा कि लोजपा-राजद इत्तीहाद पूरी मजबूती से लोकसभा इंतिख़ाब में उतरेगा। २३ फरवरी को गांधी मैदान में लोजपा की रैली होगी। 28 नवंबर को पार्टी के यौमे तासीस के दिन की रैली को गांधी मैदान के सेक्यूरीटी वजूहात से आगे बढ़ा दिया गया है। 28 को अब श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में यौमे तासीस मनेगा। इधर, बिहार में गिरती कानून निज़ाम को लेकर उन्होंने गोवर्नर डीवाइ पाटील को मेमोरेंडम भी सौंपा.

छठ मेला प्राधिकरण बने : श्री पासवान ने कुंभ मेला प्राधिकरण के तर्ज पर बिहार में छठ मेला प्राधिकरण बनाने की मांग की. दो दिन बाद छठ है और अभी तक सरकार की ओर से कोई व्यवस्था घाटों पर नहीं की गयी है. सिर्फ मुख्यमंत्री के भ्रमण से ही तैयारी नहीं हो जाती है. सांसद कोटे से उन्होंने जहां कहीं भी आंबेडकर छात्रवास बनाने के लिए राशि देने की घोषणा की, वहां काम शुरू नहीं हो सका. मेरी मांग है कि सांसद निधि का तत्काल उपयोग सरकार सुनिश्चित कराये. मौके पर लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान, विधायक जाकिर अनवर, प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस, सूरजभान सिंह, रामचंद्र पासवान, महेश्वर सिंह, रामा सिंह, विजेंद्र चौधरी, सत्यानंद शर्मा, राघवेंद्र सिंह कुशवाहा, ललन कुमार चंद्रवंशी, रोहित कुमार सिंह, उपेंद्र यादव आदि उपस्थित थे.