नई दिल्ली बीजेपी की उत्तर प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह द्वारा बीएसपी सुप्रीमो मायावती के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए उनकी तुलना ‘वेश्या’ से किए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। खुद मायावती ने इस मामले में प्रतिक्रिया जताते हुए राज्यसभा में दयाशंकर सिंह और बीजेपी पर तीखा हमला बोला है। बेहद गुस्से से भरीं मायावती ने सदन में कहा, ‘उस व्यक्ति ने जिस तरही की भाषा का इस्तेमाल मेरे खिलाफ किया है, उसका जिक्र नहीं किया जा सकता है। लेकिन उसने जो भी कहा है, वह मेरे लिए नहीं बल्कि अपनी बेटी और बहन के लिए कहा है।’ मायावती ने कहा कि उस नेता के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, वरना लोग अगर हिंसा पर उतर आए तो बीएसपी जिम्मेदार नहीं होगी।
मायावती के भाषण से पहले ही अरुण जेटली ने दयाशंकर सिंह के बयान पर कहा था कि वह इसकी निंदा करते हैं और खेद जताते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी दयाशंकर सिंह के खिलाफ कार्रवाई करेगी। मायावती ने आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर कहा, ‘मैंने दलित आंदोलन में आने के बाद फैसला लिया कि मुझे न कोई शादी करनी है और न परिवार बनाना है। मेरा बहुत बड़ा परिवार है, जो मुझे बहनजी के नाम से संबोधित करते हैं। मान्यवर कांशीराम ने जब आंदोलन को शुरू करते हुए पार्टी बनाई तो कहा था कि एक वोट और एक नोट। उनके आदेश के अनुसार ही हमारी पार्टी बड़े लोगों से नोट नहीं लेते। लेकिन पूंजीवादी मानसिकता के लोगों को यह अच्छा नहीं लगता है।’