लखनऊ: बीजेपी नेता चुनाव जीतने के लिए जहां एक तरफ पैसे से वोट खरीद रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ धार्मिक उन्माद फैलाकर वोटों का ध्रुवीकरण करना चाहते हैं. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के चुनाव के मद्देनजर बीजेपी नेता को चुनाव जीतने की ऐसी भुत चढ़ी कि आदर्श आचार संहिता का धज्जियाँ उड़ाकर पैसे बांटते नजर आया.
नेशनल दस्तक मुताबिक, विडियो में भाजपा प्रत्याशी प्रकाश द्विवेदी प्रचार के दौरान 500-500 रूपये के नोट बांटते नज़र आ रहे हैं. बता दें कि गले में दर्जनों फूल मालाएं पहने ये साहब यूपी के बांदा से भाजपा के प्रत्याशी हैं. ये चुनाव प्रचार के दौरान घर घर जाकर जनता से वोट की अपील करते दिख रहे हैं, और हाथों की सफाई के साथ ये वोट देने की गुजारिश करते हुए चुपके से हाथ में 500 का नोट थमा देते हैं.
सवाल यह उठता है कि नोटबंदी के सीजन में पैसे की महा अकाल के दौरान इस बीजेपी नेता के पास इतने नोट आए कहां से? जबकि अभी लोगों के पास खाने तक के लिए पैसे नहीं है. सवाल यह भी उठता है कि बीजेपी नेता के पास इतने नए 500 के नोट कहां से मिले? कयास लगाया जाता है कि इस बीजेपी नेता को ये पांच-पांच सौ के नोट उनके बड़े नेताओं की मेहरबानी से मिले हैं.
आपको बता दें कि पूर्व में भी सर्वोच्च न्यायालय वोट के बदले नोट देने के एक मामले में करवाई कर चुका है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी प्रकाश द्विवेदी को शायद सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की ज़रा भी भनक नहीं है ना ही कानून की कोई परवाह है. जबकि चुनाव आयोग भी सभी प्रत्याशियों चेता चूका है कि चुनाव प्रचार के दौरान कोई भी असंवैधानिक हरकत, जैसे मतदाता को रूपये या शराब देकर रिझाना, डराना या धमकाना जैसे कृत्य माफ़ नहीं किये जायेंगे, अगर ऐसे मामले कोई दोषी पाया गया तो उसपर न सिर्फ कड़ी कार्रवाई की जाएगी बल्कि नामांकन भी रद्द कर दिया जायेगा.
लेकिन भाजपा नेता को इसकी कोई परवाह नहीं.