दादरी में बीजेपी लीडर विजय पंडित की मौत के लिए उनकी बीवी और दादरी नगरपालिका की सदर गीता पंडित ने समाजवादी पार्टी (एसपी) के एक बडे लीडर पर कत्ल का इल्ज़ाम लगाया है। वहीं, पुलिस ने कत्ल के ताल्लुक में चार लोगों को पूछताछ के लिए आज हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने गौतमबुद्धनगर में Prohibitory order लागू कर दिए हैं।
गीता पंडित ने कहा कि लोकसभा इंतेखाबात के दौरान हमें मुसलसल धमकियां मिल रही थीं। गौतमबुद्धनगर लोकसभा हल्के से उम्मीदवार नरेंद्र सिंह भाटी की तरफ से भी धमकी दी गई थी। उन्होंने कहा कि पुलिस से तहरीरी शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। गौरतलब है कि नरेंद्र भाटी वही शख्स हैं जिन पर दुर्गा शक्ति का ट्रांसफर करवाने के इल्ज़ाम लगे थे। साथ ही नरेंद्र भाटी समाजवादी पार्टी के टिकट पर गौतमबुद्धनगर से लोकसभा के उम्मीदवार थे।
विजय पंडित की मौत के बाद आज ( इतवार) मीडिया से बातचीत में गीता पंडित ने कहा कि लोकसभा इंतेखाबात के दौरान बराबर धमकियां आती थीं। ये धमकियां जेल में बंद बदनाम बदमाश अनिल दुजाना और एसपी उमीदवार नरेंद्र भाटी की तरफ आती थीं। एक बार विक्रम ठेकेदार ने भी धमकी दी थी। हमने फोन नंबर के साथ इसकी मालूमात पुलिस को दी थी, लेकिन उनकी तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई।
ध्यान रहे कि Mining माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने पर आईएएस दुर्गा शक्ति के तबादले में भी नरेंद्र भाटी का हाथ था। यह दावा खुद उस वक्त समाजवादी पार्टी के लीडर और यूपी एग्रो के चेयरमैन नरेंद्र भाटी ने किया था। भाटी का दावा था कि उन्होंने ही वज़ीर ए आला अखिलेश यादव से बात करके 41 मिनट में ही दुर्गा को सस्पेंड करवा दिया था।
हालांकि, लोकसभा इंतेखाबात के बाद उन्हें यूपी एग्रो कॉरपोरेशन के चेयरमैन से हटा दिया गया है। गौरतलब है कि बाइक सवार बदमाशों ने हफ्ते की देर शाम दादरी में विजय पंडित की गोली मारकर कत्ल कर दिया था। विजय पंडित को 5 गोलियां मारी गईं। उन्हें गाजियाबाद के एक अस्पताल में शरीक कराया गया, जहां पर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
कत्ल के बाद विजय पंडित के हामियो के बढते बवाल को देखते हुए पुलिस ने पूरे गौतमबुद्धनगर में धारा 144 लागू कर दी है। पुलिस इस मामले में शक की बुनियाद पर 4 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इससे पहले हफ्ते की रात गुस्साए हामियों ने दादरी में जमकर तोडफोड की। साथ ही हामियों ने दादरी पुलिस थाने के नज़दीक 16 गाड़ियों को आग लगा दी थी और पुलिस पर पथराव किया था।
भीड को काबू करने के लिए पुलिस को हवा में गोलियां चलानी पडी थी।