नई दिल्ली: शुक्रवार को जेएनयू में अपनी फिल्म की प्रमोशन करने आये अभिनेता अनुपम खेर की फिल्म ‘बुद्धा इन ए ट्रैफिक जाम’ दिखाई गई जिसके बाद अनुपम खेर ने दर्शकों को फिल्म से जुड़ी कुछ बातों पर सवाल-जवाब करने का मौका दिया। लेकिन वहां आये लोगों ने इसके दौरान फिल्म से जुड़े सवाल कम और जेएयनू विवाद पर ज्यादा बात की। जेएनयू के स्टूडेंट्स में से एक स्टूडेंट ने जब गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा देने के मुद्धे की निंदा की तो अनुपम खेर के जवाब देने से पहले ही एबीवीपी के कार्यकर्ता और स्टूडेंट्स ने हूटिंग करनी शुरू कर दी और जब उनसे भारत माता की जय कहने पर सवाल किया गया तो अनुपम ने मीडिया पर तंज कसते हुए कहा कि भारत में 99 प्रतिशत लोग जो देश की बात करते हैं, उन पर कैमरा फोकस नही किया जाता बल्कि जो एक व्यक्ति देश के विरोध में बात करता है, उसकी ओर फोकस किया जाता है।
अनुपम ने अफज़ल मामले को उठाते हुए कहा कि माना जेएनयू में देश विरोधी नारे बाहर के लोगों ने लगाये थे लेकिन अफज़ल गुरु का पोस्टर एक हफ्ते तक कैंपस में लगा रहा उससे किसी ने क्यों नही फाड़ा ? मुझे इससे बहुत खुश हूँ कि बीजेपी सरकार की भाषा बोलता हूँ। मैं इस देश का चमचा हूँ क्यूंकि मुझे इस देश ने बहुत कुछ दिया है और इस देश के कुछ लोग तो राष्ट्रगान के दौरान खड़े होना भी भूल चुके है।