बुलंदशहर हिंसा को लेकर बीजेपी ने अपना रंग दिखाना शुरु कर दिया है। जहां लोग मामले को शांत करने में लगे हैं और पुलिस प्रशासन हिंसा के आरोपीयों को धड़पक कर रही है, वहीं स्थानीय सासंद अपनी नैतिक जिम्मेदारी निभाने की जगह विवादित बयान दे रहे हैं। स्थानीय सासंद भोला सिंह ने विवादित बयान देते हुए कहा है कि इज्तिमा की वज़ह से हिंसा हुई।
कृपया भ्रामक खबर न फैलाएं। इस घटना का इज्तिमा कार्यक्रम से कोई संबंध नही है। इज्तिमा सकुशल सम्पन्न समाप्त हुआ है। उपरोक्त घटना इज्तिमा स्थल से 45-50 किमी थाना स्याना क्षेत्र मे घटित हुई है जिसमे कुछ उपद्रवियो द्वारा घटना कारित की गयी है।इस संबंध मे वैधानिक कार्यवाही की जा रही है https://t.co/TwouiJoqhu
— Bulandshahr Police (@bulandshahrpol) December 3, 2018
मालूम हो कि बुलंदशहर पुलिस ने कल ट्वीट करते हुए और प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए कहा था कि इस हिंसा का इज्तिमा से कोई संबंध नहीं है और वह शांतिपूर्ण तरीके से समाप्त हो गया। अब इस बयान का क्या मतलब है? क्या बीजेपी सासंद दंगाइयों का साथ दे रहे हैं? क्या वो इस तरह के बयानों को देकर नैतिक जिम्मेदारी निभा रहे हैं?
BJP MP from #Bulandshahr Bhola Singh: Law and order is usually good here but the police were kept in dark about this Ijtema (Islamic congregation) that happened here, it caused chaos. This is the cause of this violence. pic.twitter.com/PQDbBlGH27
— ANI UP (@ANINewsUP) December 4, 2018
ज़ी न्यूज डॉट कॉम के मुताबिक उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर हिंसा मामले में यहां के स्थानीय सांसद भोला सिंह का बयान आया है।
उन्होंने हिंसा फैलने के पीछे इज्तिमा (Islamic congregation) को वजह बताया है। पुलिस जांच के बीच भोला सिंह ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में बताया कि हिंसा फैलने की वजह बताई है. भोला सिंह ने बताया, ‘लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह नियंत्रण में था, पुलिस पूरी तरह मुश्तैद थी, लेकिन इज्तिमा (Ijtema) को लेकर पुलिस को अंधेरे में रखा गया।
हिंसा की असली वजह यही है।’ अब तक मीडिया में आई खबरों में कहा जा रहा है कि कथित तौर से गौकशी की बात सामने आने पर यह हिंसा भड़की थी। भीड़ को शांत कराने पहुंचे इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के प्रति लोगों का गुस्सा भड़क गया और उन्हें शिकार बना लिया गया।