उत्तर प्रदेश: यूपी में महिला सीओ श्रेष्ठा ठाकुर के तबादले का मामला ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है।
बीजेपी नेताओं की गिरफ्तारी से शुरू हुए इस विवाद में बीजेपी सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने टिप्पणी की है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस महिला पुलिस अधिकारी का रवैया ठीक नहीं था इसलिए उसका तबादला करना पड़ा।
उनकी इस टिप्पणी पर मामला गर्माते देख बीजेपी ने सफाई दी है।
उन्होंने कहा कि श्रेष्ठा ठाकुर का तबादला एक रुटीन ट्रांसफर के तहत किया गया है। श्रेष्ठा के साथ 88 अन्य पुलिस कर्मियों के भी ट्रांसफर भी किये गए थे।
गौरतलब है कि यूपी सरकार द्वारा श्रेष्ठा ठाकुर के ट्रांसफर का फैसला तब लिया गया जब बीजेपी के 11 विधायक और सासंदों ने योगी आदित्यनाथ से मिलकर इसकी सिफारिश की थी। राजेंद्र अग्रवाल ने कहा था कि श्रेष्ठा ठाकुर ने अपनी हदें पार कर दी थीं। इससे साफ़ होता है कि श्रेष्ठा ठाकुर का ट्रांसफर बीजेपी नेता के साथ बहस के चलते किया गया।