बीदर।26 नवंबर, ( सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़ ) ज़िला बीदर बिलख़सूस देही इलाक़ों पर डेंगू बुख़ार के ख़ौफ़नाक साय मंडला रहे हैं। गुज़श्ता हफ़्ता डेंगू बुख़ार से मुतास्सिरा मना अखीली की मुतवत्तिन दीढ़ साला तहमीन बेगम को मुक़ामी सरकारी दवाख़ाना में शरीक किया गया जहां ईलाज नहीं होने के बाइस उस को नीलोफ़र हॉस्पिटल हैदराबाद मुंतक़िल किया गया जहां वो इंतिक़ाल करगई। ज़िला बीदर के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात से लोगों के डेंगू बुख़ार में मुबतला होने की इत्तिलाआत मिल रही हैं। नुमाइंदा सियासत ने इस मर्ज़ में मुबतला एक मरीज़ के ईलाज के ज़िमन में डिस्ट्रिक्ट सर्जन डाक्टर काशी नाथ कांबले से रब्त पैदा किया तो मौसूफ़ ने माज़रत ख़्वाही के साथ साफ़ तौर पर कह दिया कि इस मर्ज़ के ईलाज से मुताल्लिक़ डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में कोई सहूलत नहीं ही, बताया जाता है कि इस मर्ज़ में मुबतला मरीज़ों को मुक़ामी डाक्टर हैदराबाद ले जाने का मश्वरा दे रहे हैं, क्या हर मरीज़ केलिए हैदराबाद जाकर ईलाज करवा लेना मुम्किन ही? ।सच्च तो ये है कि इस ख़सूस मैं रियास्ती हुकूमत बेहिस और ज़िला इंतिज़ामीया मजबूर दिखाई देता ही। जबकि अवाम के मुंतख़ब नुमाइंदे ख़ामोश तमाशाई बने हुए ही.