स्कूल इंतेजामिया ने हमें धोखे में रखकर बीपीएल की जगह जेनरल कोटे में मेरे बच्चे का दाखिला कर दिया है। जुमेरात को यह शिकायत लेकर कई गार्जियन डीएसई दफ्तर पहुंचे। उन्होंने नायब डीएसई मिथिलेश पांडेय को मेमोरेंडम सौंपा और स्कूल के खिलाफ आरटीई के तहत कार्रवाई की दरख्वास्त किया।
उन्होंने कहा कि डीएवी जामाडोवा के प्रिन्सिपल ने बीपीएल कोटे की जगह जेनरल कोटे में बच्चे का दाखिला किया। इस सिलसिले में बीइइओ को भी मेमोरेंडम भी दिया गया गया था। स्कूल से जवाब तलब किया गया तो उसने कहा कि स्कूल की इंट्री क्लास एलकेजी है। क्लास एक में दिए गए बीपीएल दरख्वास्त पर गौर नहीं किया जा सकता। डीएसई ने गार्जियन यूनियन के साथ बैठक कर सुप्रीम कोर्ट के हुक्म पर आरटीई एक्ट के तहत दाखिला लेने के लिए टाटा डीएवी प्रिन्सिपल को हिदायत दिया था।
मेमो देनेवाले गार्जियन में गीता देवी, मो. निजामुद्दीन, सीमा खातून, मोहन महतो, गाजी अनवर, मोहन कुमार, बिजोला देवी वगैरह शामिल हैं।
इस दरमियान, झारखण्ड गार्जियन यूनियन ने डीएसई को एक मेमोरेंडम देकर स्कूल इंतेजामिया को बीपीएल कोटे के तहत दाखिला करने की हिदायत देने की दरख्वास्त किया है। उसने कहा है कि अदालत की हिदायत के बाद भी स्कूल बीपीएल कोटे के तहत दाखिला नहीं कर रहे हैं। मौके पर नायब सदर सतपाल सिंह ब्रोका व जेनरल सेक्रेटरी मनोज मिश्रा मौजूद थे।