मुजफफरनगर, 04 मई: एक साल पहले लव मैरिज करने वाले मुजफफरनगर के मखियाली गांव के एक नौजवान ने साबित कर दिया कि उसने शादी के बंधन में बंधते वक्त अपनी बीवी के साथ जीने मरने की कसमें झूठी नही खाई थी। मामूली तकरार की वजह से उसकी बीवी ने जहर खाकर अपनी जान दे दी।
बीवी की मौत के बाद घर पहुंच कर शौहर ने भी जहर खा लिया। उसे नाज़ुक हालत में मेरठ के एक नर्सिंग होम में भर्ती करा दिया गया, लेकिन जैसे ही उसे पता चला कि उसकी बीवी का आखिरी रसूमात अदा किया जा रहा है, वह भी श्मशान पहुंच गया और उसने बीवी के जनाज़े ( चिता) के सामने खुद को गोली मारकर अपनी ज़िंदगी खत्म कर ली।
मुजफफरनगर ज़िले के मखियाली गांव का साकिनजोगेन्द्र उर्फ मोनू धीमन और सोनिया एक दूसरे को बेइंतहा मुहब्बत करते थे। घरवालों के मुखालिफत को देखते हुए दोनो ने एक साल पहले घर से भाग कर लव मैरेज कर लिया था। शादी के बाद से वे दोनों शहर की बचन सिंह कॉलोनी में रहने लगे थे।
बताया जाता है कि बुध के दिन उनके बीच किसी मामूली बात पर तकरार हो गई थी। इस पर सोनिया ने जहर खा लिया। जोगेन्द्र ने उसे नाज़ुक हालत में जिला अस्पताल में शरीक कराया, जहां इलाज़ के दौरान मौत हो गई।
बीवी के मौत की खबर से जोगेन्द्र को गहरा सदमा पहुंचा। वह बीवी की लाश को अस्पताल में छोड़ कर घर पहुंचा और उसने खुद भी जहर खा लिया। उसकी हालत बिगड़ती देख घर वाले उसे पास के दवाखाना ले गए।
डाक्टरों ने उसकी हालत देखते हुए उसे मेरठ ले जाने की सलाह दी।
जुमेरात को घर वाले सोनिया की लाश लेकर श्मशान घाट पहुंचे। वहां उन्होंने सोनिया का आखिरी रसूमात शुरू कर दिया। इसी दौरान एक काले रंग की कार में सवार होकर जोगेन्द्र वहां पहुंचा। उसे वहां देख कर घर वाले भी हैरान हो गए। कोई कुछ समझा पाता इससे पहले जोगेन्द्र सोनिया के जनाज़े (चिता ) के पास पहुंच गया और उसने जनाज़े के सामने खड़े होकर खुद को गोली मार ली।
उसकी मौके पर ही मौत हो गई।