बीसीसीआई मसौदा संविधान पर फैसले के अनुसार सुझाव नहीं देते, तो होंगे गंभीर परिणाम : सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई के तीनों वरिष्ठ पदाधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को लागू करने और बीसीसीआई के संविधान में संशोधन को लेकर हो रही देरी पर बीसीसीआई के तीन पदाधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने चेतावनी दी है कि यदि बोर्ड के अधिकारी कोर्ट के फैसले के अनुसार सुझाव नहीं देते हैं तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।

चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा, ‘अगर बीसीसीआई के अधिकारी मसौदा संविधान पर हमारे फैसले के अनुसार सुझाव नहीं देते, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे. बीसीसीआई के मसौदा संविधान में लोढ़ा समिति के सभी सुझाव शामिल होने चाहिए, ताकि सुप्रीम कोर्ट के अंतिम निर्णय से पहले एक समग्र दस्तावेज तैयार किया जा सके.’

पीठ के अन्य सदस्य जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ हैं. सुनवाई के दौरान पीठ ने बीसीसीआई के तीन पदाधिकारियों सीके खन्ना, अमिताभ चौधरी, अनिरुद्ध चौधरी के हठी व्यवहार पर नाराजगी जाहिर की. साथ ही कहा कि संविधान का मसौदा तैयार करने में ये रोड़ा बन रहे हैं. बोर्ड के तीनों अधिकारी सुनवाई के दौरान कोर्ट में मौजूद थे.