जयपुर शहर का रहमानी माडल स्कूल सिर्फ़ नाम का माडल स्कूल नही है बल्कि असल में भी हिन्दू मुस्लिम इत्तिहाद के नजरिये से भी माडल स्कूल है ,रहमानी माडल स्कूल पहले मदरसा था जो कि बाद स्कूल में बदल दिया गया . इस तालीमी इदारे में अकलीयत के 1300 छात्र
तालीम हासिल करते है .
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात है कि इस इदारे का प्रिंसिपल एक हिन्दू कैलाश चन्द्र यादव है जोकि पहले आरएसएस के आदर्श विद्या मंदिर में भी टीचिंग कर चुके है .
स्कूल मुस्लिम आबादी वाले रामगंज में है ,और इसके सभी छात्र मुस्लिम है वही स्कूल के 63 टीचर में 9 हिन्दू है जिसमे कि प्रिंसिपल भी शामिल है . सबसे पहले टीचर की नौकारी पाने वाले यादव ही थे जिनको 1995 में नौकरी मिली थी और बाद में वो प्रिंसिपल बने .
स्कूल के प्रिंसिपल यादव ने कहा कि आदर्श विद्या मंदिर में काम करने और रहमानी माडल स्कूल में काम करना काफी अलग था लेकिन इस स्कूल से जुड़कर मुझे ख़ुशी हासिल हुई क्युकी यहाँ काम करना अलग ही तरह का तजुर्बा है .
रहमानी वेलफेयर सोसाइटी के चेयरमैन अब्दुल कयूम अख्तर ने कहा कि मुस्लिम तालीम देने में अभी भी पीछे है 72 साल के अब्दुल कयूम ने ही इस स्कूल की मदरसे के रूप में शुरुआत की थी जोकि बाद में हायर सेकंड्री स्कूल में बदल गया .
अख्तर का कहना था उन्होंने नॉन मुस्लिम टीचर को उनकी काबिलियत पे रखा है ना उनके मज़हब को देख कर .