बीस साल से नहर में नहीं पानी, आदेश आया आबयाना भरने का

सरकारी आदेश से किसान और नंबरदार परेशान

मेवात(हरियाणा ): सिंचाई विभाग मेवात का भी कमाल नहीं है। नगीना खण्ड से गुजरने वाली सादीपुर माईनर को बने करीब 20 साल हो गये। इस नहर में आज तक नहरी पानी नहीं आया है लेकिन सिंचाई विभाग ने नगीना के तहसीलदार की मार्फत एक दर्जन गावों के नंबरदारों को आबयाना की वसूली के आदेश दिये हैं। नंबरदारों द्वारा आबयाना न वसूले जाने पर उनके मानदेह से पैसे वसूलने की चेतावनी भी दी गई है।

गांव सादीपुर निवासी नंबरदार अबदुल सत्तार ने बताया कि उनके गांव शादीपुर के नाम से बनारसी डिस्ट्रीब्यूटरी से करीब 20 साल पहले शादीपुर माईनर नाम की नहर निकाली गई थी। शादीपुर माईनर पर असाईसीका, खेंचेतान, हवननगर, करहेडी, भादस और शादीपुर सहित एक दर्जन गांव पडते हैं। नगीना तहसीलदार ने वर्ष 2006-07 के आबयाना के 10282 रूपये की वसूली के लिये उसके पास पत्र भेजा है। इसके अलावा तहसीलदार से अन्य गावों के नंबरदारों को भी ऐसा ही पत्र भेजा है। उन्होने बताया कि लेटर में तहसीलदार ने लिखा है कि आबयाना वसूली नंबरदार की जिम्मेदारी होती है जिसे गांव के किसानों से उगाकर सरकार को भरना पडता है।

नंबरदार अबदुल सत्तर ने बताया कि उसने नगीना तहसीलदार को एक पत्र लिखकर मांग की है कि इस नहर में कब पानी आया, किस-किस किसान के पास कितना-कितना आबयाना बाकी है इसकी जानकारी दी जाये। उन्होने बताया कि अभी तक तहसीलदार ने इसकी जानकारी नहीं दी है। उन्होने कहा कि सरकार ने 20 साल से शादीपुर माईनर पानी नहीं छोडा और आबयाना किस बात का मांग रहे हैं। उन्होने बताया कि जल्द ही इस मसले को लेकर वे डीसी से शिकायत करेगें।

आप को बता दे कि जो किसान नहरी पानी से अपने खेतों कि सिंचाई करते हैं उनको हर छह माह में आबयाना (नहर से सिंचाई करने का कर) लिया जाता है। आबयाना का किसानों से उगाने कि जिम्मेदारी होती है और सरकार नंबरदार को इसका कमीशन देती है। अगर कोई नंबरदार नहीं उगाता तो उसके खिलाफ कार्रवाही कि जा सकती है।

साभार : जर्नलिस्ट युनुस अल्वी