टेलिकॉम के साथ साथ ऑटोमोबाइल में भी तरक्की दर्ज हुई है। निजी और कारोबारी मैदान में वाहनों की मांग में बढावे से इस उद्योग को काफी बढ़ावा मिला है। जब देश में ये उद्योग बदहाली के किनारे पर आ खड़ा हुआ था तब बिहार ने टू व्हीलर और फोर व्हीलर की बिक्री में सबसे ज्यादा बढावा दर्ज कीया है। सरकार कि तरफ से वैट और टैक्स के दुसरे कानूनों में किए गए बदलाव की वजह से ही इस उद्योग ने तरक्की की रफतार पकड़ी है।
वर्ष 2011 की दिवाली और धनतेरश ने ग्राहकों और बिक्रेताओं के चेहरे पर हंसी वापस ला दी थी। उद्योग जगत के एक सर्वे के मुताबिक इस दौरान एक दिन में 1800 से जयादा गाड़ियां और 9100 से जयादा मोटर साइकिल की बिक्री हुई है। दिल्ली के मुकाबले बिहार में लोगों के पास जयादा निजी वाहन मिलेंगे।
राज्य में लोगों की दिन प्रति आमदनी में भी इजाफा हुआ है। यामाहा मोटर्स के बिजनेस हेड रॉय कुरियन ने कहा कि यामाहा के कई मॉडल हैं जिनकी मांग दिन ब दिन बढ़ती ही जा रही हैं। वहीं होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कुटर्स इंडिया लिमिटेड के सेल्स एंड मार्केटिंग के वाइस प्रेसीडेंट नरेश कुमार रत्तन ने कहा कि पिछले एक साल में बिहार में टू व्हीलर की बिक्री में 15 फीसद का इजाफा हुआ हैं।