बीड़ी मज़दूरों की उजरतों में इज़ाफे कि मांग

बीड़ी मज़दूरों के लिए नेशनल एमपलाएमनट ग्यारंटी स्कीम अमल में लाये जाय और जी ओ नंबर 41 पर अमल आवरी करते हुए बीड़ी मज़दूरों की उजरतों में इज़ाफ़ा का साबिक़ा रियासती वज़ीर टी जीवन रेड्डी ने परज़ोर मुतालिबा किया ।

उन्हों ने अपने घर पर प्रेस कान्फ़्रैंस को मुख़ातब करते हुए हुकूमत पर इल्ज़ाम लगाया के बीड़ी मैनेजमैंट के दबाव‌ में आकर बीड़ी मज़दूरों के साथ नाइंसाफ़ी की जा रही है और जी ओ नंबर 41 पर अमल आवरी के बजाय बीड़ी मज़दूरों की उजरतों को कम अदा किया जा रहा है ।

जबके हकूमत-ए-हिन्द ने 26 जुलाई 2011 को जी ओ नंबर 41 की इजराई अमल में लाते हुए 1000 बीड़ी बनाने वालों को 130 रुपय और पराएवेडनट फ़ंड 20 रुपय मिलाकर 150 रुपय अदा करने के एहकामात जारी किए थे और इस सिलसिले में सुप्रीम कोर्ट भी अपने फैसला में 150 रुपय अदा करने के एहकामात जारी किए लेकिन इस को नज़रअंदाज कर दिया गया ।

आज घर बैठे मेहनत करते हुए रोज़गार हासिल करने वाले ज़्यादा तर ख़वातीन हैं जिस में ज़्यादा तर मुस्लिम तबक़ा से वाबस्ता हैं । जिस तरह NRGS स्कीम के तहत देही इलाक़ों के अवाम को रोज़गार फ़राहम किया जा रहा है ।

इसी तरह अर्बन इलाक़ों में बीड़ी मज़दूरों केलिए एक नई स्कीम नेशनल एमपलाएमनट ग्यारंटी स्कीम को अमल में लाने के लिए हुकूमत को अपनी तरफ से तजवीज़ पेश करते हुए उजरतों में इज़ाफ़ा का मुतालिबा किया ।

ख़वातीन घर बैठे मेहनत करते हुए अपनी रोज़गाबडेर हासिल करना चाहती है तो उन्हें इस के लिए भी महिदूद कर दिया जा रहा है । ये लोग ज़्यादा बीड़ी बताना चाहते हैं तो उन्हें मुनासिब मिक़दार में पता और तंबाकू फ़राहम नहीं किया जा रहा है जिस की वजह से रोज़ाना 500 बीड़ी बनाने तक महिदूद होगए हैं जिस की वजह से उन्हें रोज़ाना सिर्फ़ 75 ता 80 रुपय की ही आमदनी हो रही है । चीफ मिनिस्टर 3 लाख मुलाज़मत देने के बडे दावे कर रहे हैं जबके काम करने वालों को सहीह उनका हक़ अदा नहीं किया जा रहा है । इस मौके परियोजना कांग्रेस हलक़ा इंचार्ज बंडा शंकर औरदुसरे मौजूद थे ।