भारतीय जनता पार्टी के क़ौमी सदर राज नाथ सिंह लखनऊ पार्लीमानी हलक़ा से उम्मीदवार बनने के बाद आज पहली मर्तबा जब लखनऊ आए तो पार्टी के कारकुनों ने इनका ज़बरदस्त इस्तिक़बाल किया। राज नाथ सिंह तेरा निगाह से कारकुनों के क़ाफ़िले के साथ पार्टी के रियासती दफ़्तर विधान सभा मार्ग पहूंचे जहां उन्होंने अपने तयशुदा प्रोग्राम के मुताबिक़ अख़बारी नुमाइंदों से मुलाक़ात की।
एक प्रेस कान्फ़्रेंस में कहा कि आम इंतिख़ाबात में बी जे पी और इसका इत्तिहादी फ्रंट एन डी ए 272 से ज़ाइद नशिस्तों के जादूई हिन्दसे को हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि बी जे पी और वज़ारत-ए-उज़मा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रैलियों का मजमा इस बात की सबूत है कि आम इंतिख़ाबात में बी जे पी और उसकी इत्तिहादी जमातों को वाज़िह अक्सरियत हासिल होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के क़ौल-ओ-अमल ज़बरदस्त तज़ाद है।
उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने 1971 में ग़रीबी हटाओ का नारा दिया लेकिन ग़रीबी हटने के बजाय और बढ़ गई। उन्होंने कहा कि इसका वाज़िह सबूत ये है कि आज भी यू पी ए हुकूमत अपने बजट का एक हिस्सा ग़रीबों को सब्सीडी देने पर ख़र्च कररही है। उन्होंने कहा कि डाक्टर मनमोहन सिंह तमाम महाज़ों पर नाकाम साबित हुए हैं। महंगाई कहाँ से कहाँ पहूंच गई। ज़रूरी अशिया की क़ीमतें आसमान को छूने लगी हैं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कांग्रेस के इंतिख़ाबी मंशूर को धोका क़रार दिया।
उन्होंने कहा कि वो लखनऊ पार्लीमानी हलक़ा से साबिक़ वज़ीर-ए-आज़म अटल बिहारी वाजपाई के नुमाइंदा के तौर पर इलेक्शन लड़ने के लिए आए हैं। उन्होंने इसका भी एतराफ़ किया कि लखनऊ पार्लीमानी हलक़ा बी जे पी के लिए बेहद ख़ुशकिसमत रहा है क्योंकि इस हलक़ा से नुमाइंदगी करते हुए अटल बिहारी वाजपाई वज़ीर-ए-आज़म बने। इस मौक़ा पर बी जे पी के शहर से दो अरकान असेंबली और वाजपाई के लखनऊ पार्लीमानी उमूर के इंचार्ज शिव कुमार भी मौजूद थे।
राजनाथ सिंह ने अखिलेश यादव हुकूमत पर सख़्त तन्क़ीद करते हुए कहा कि अगर रियासती हुकूमत संजीदगी से काम करती तो मुज़फ़्फ़र नगर जैसा भयानक फ़िर्कावाराना फ़साद ना होता। उन्होंने कहा कि इस फ़साद को रोकने में रियासती हुकूमत नाकाम रही। राज नाथ सिंह के मुताबिक़ अब जबकि उस फ़साद के लिए सुप्रीम कोर्ट ने भी यूपी हुकूमत को क़सूरवार ठहरा चुकी है तो वज़ीर-ए-आला अखिलेश यादव को खु़द मुस्ताफ़ी होजाना चाहिए। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर इल्ज़ाम लगाया कि इस फ़िर्कावाराना मुनाफ़िरत की सियासत करके रियासत के फ़िर्कावाराना माहौल को ख़राब कररही है।