उत्तरा खंड असेंबली की कार्रवाई को आज बार बार रोका गया क्योंकि अपोज़ीशन बी जे पी ने अपने पार्टी एम एल ए किरण मंडल के इस्तीफ़ा पर मुबाहिसा (बहस) और आली सतही (उच्च दर्ज़ा) तहक़ीक़ात का मुतालिबा करते हुए ऐवान (संसद) में शोर-ओ-गुल किया ।
बी जे पी का कहना है कि किरण मंडल का इस्तीफ़ा सिर्फ इसलिए तलब किया गया हैता कि मुबय्यना तौर पर वज़ीर-ए-आला विजय कुमार बहू गुना के ऐवान ( संसद) के लिए इंतेख़ाब ( चुनाव) की राहें हमवार ( स्वीकृत) की जा सकें । बजट सेशन के पहले रोज़ ,अजय भट्ट की क़ियादत (उपस्थिती) में बी जे पी अरकान ऐवान ( संसद) के वस्त में पहुंच गए और क़ायदा नंबर 310 (तहरीक अलतवा ) के मुताबिक़ किरण मंडल के इस्तीफ़ा पर मुबाहिसा (बहस) किए जाने का मुतालिबा किया ।
मिस्टर भट्ट ने कहा कि सितार गंज के एम एल ए के इस्तीफ़ा के लिए हारिस ट्रेडिंग की गई है जिसके हमारे पास सुबूत भी हैं । बड़ी बड़ी रुक़ूमात से हर एक की राल टपकने लगती है और उन्हें तवक़्क़ो ( उम्मीद) है कि किरण मंडल के साथ भी ऐसा ही किया गया है लिहाज़ा ज़रूरत इस बात की है कि क़ायदा नंबर 310 के ज़रीया इस मौज़ू पर खुला मुबाहिसा ( बहस) किया जाए क्योंकि ये वाक़िया ( घटना) उत्तराखंड की तारीख़ में एक स्याह बाब ( अध्याय) बन चुका है ।
बी जे पी ने करण मंडल को Y ज़ुमरे की सिक्योरिटी , सुर्ख़ बत्ती वाली गाड़ी दीए जाने पर भी एतराज़ किया क्योंकि अब वो एम एल ए नहीं हैं । मिस्टर भट्ट ने स्पीकर गोविंद सिंह कनजोल से दरख़ास्त की कि हक़ायक़ मंज़रे आम पर लाने के लिए मौसूफ़ इस पूरे मुआमला/ मामलो की आली सतही तहक़ीक़ात का हुक्म दें ।
इस मौक़ा पर स्पीकर ने बी जे पी के ब्रहम क़ाइदीन को ये कह कर मुतमईन करने की कोशिश की कि इस मुआमला पर कुछ वक़्फ़ा ( अंतराल) के बाद मुबाहिसा ( बहस) किया जा सकता है । शोर-ओ-गुल जारी रहने की वजह से ऐवान ( संसद) की कार्रवाई को दोपहर तक तीन बार मुल्तवी किया गया ।
दोपहर के बाद जब ऐवान ( संसद) की कार्रवाई फिर शुरू हुई तो मिस्टर भट्ट ने बी जे पी के दीगर ( अन्य/ दूसरे) अरकान के साथ एक बार फिर उसी मुआमला ( मामला) को उठाया ।