राहुल गांधी ने आज बी जे पी और नरेंद्र मोदी को अपनी सख़्त तन्क़ीद का निशाना बनाया और इल्ज़ाम आइद किया कि वो अपनी इंतिशार पसंदाना सियासत के एक हिस्सा के तौर पर दूसरी रियासतों से नक़ल मुक़ाम करने वालों को बैरूनी अफ़राद कहते हैं और गुजिश्ता कई सालों से कांग्रेस की तरफ़ से चलाई जाने वाली स्कीमात की कामयाबियों का करेडिट लेने की कोशिश कररहे हैं।
हरियाणा के ज़िला सोनीपत में किसानों से बात चीत के दौरान राहुल ने कहा कि बी जे पी मुल्क चलाने के लिए फ़र्द-ए-वाहिद को तमाम इख़्तयारात की फ़राहमी पर यक़ीन रखती है जब कि कांग्रेस मुल्क के सारे अवाम को इख़्तयारात की फ़राहमी पर यक़ीन रखती है। बी जे पी के वज़ारत-ए-उज़मा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर बिल वासता तन्क़ीद करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि बी जे पी इक़तिदार के इर्तिकाज़ पर यक़ीन रखती है कि वो समझते हैं कि सिर्फ़ एक या दो अफ़राद मुल्क चला सकते हैं।
वो समझते हैं कि सिर्फ़ एक दो अफ़राद को तमाम मालूमात हासिल हैं और वो सब कुछ करसकते हैं। लेकिन हम कांग्रेसी हैं जो इस बात पर यक़ीन रखते हैं कि अवाम को इख़तियार-ओ-इक़तिदार दिया जाये। नक़ल मुक़ाम करने वालों का मसला उठाते हुए राहुल गांधी ने गुजरात के इलाक़ा कछ में सिख किसानों का तज़किरा किया और कहा कि कांग्रेस-ओ-बी जे पी की सोंच एक दूसरे से मुख़्तलिफ़ है, हमारे लिए हर कोई अपना आदमी है, हत्ता कि कोई हिंदुस्तानी अमेरिका में भी रहता है तो हमारे पास हिंदुस्तानी ही है लेकिन उनके पास यूपी वाला महाराष्ट्र में अजनबी कहलाता है, गुजरात में एक सिख को बाहर वाला समझा जाता है।
हरियाणा का कोई शख़्स पंजाब में बाहर वाला समझा जाता है। राहुल ने कहा कि हिंदुस्तान में आप को कई मुक़ामात का सफ़र करना पड़ता है, हम तमाम इस मुल्क के शहरी हैं और मुल्क वाले हैं चाहे वो कहीं भी जाएं हिंदुस्तानी हैं, कोई बाहर वाले नहीं है सब अंदर वाले हैं, लेकिन ये बी जे पी की सियासत है कि एक रियासत से दूसरी रियासत पहूंचने वाले शख़्स को बाहर वाला समझा जाता है। यही हमारे और बी जे पी के दरमियान बुनियादी फ़र्क़ है।