बी जे पी की सियासी मुनाफ़क़त पर तन्क़ीद

मुहम्मद फ़ज़ल पटेल सदर हैदराबाद कर्नाटक मुस्लिम फ़ोर्म के प्रेस नोट के बमूजब अल्हाज क़मर उल-इस्लाम साहिब काबिनी वज़ीर हुकूमत कर्नाटक के ख़िलाफ़ बी जे पी का एहतेजाज एक सोची समझी साज़स का हिस्सा है।

एवान को गुमराह करने का इल्ज़ाम तो एक बहाना है वर्ना ज़ाफ़रानी रंग कब बर्दाश्त करेगा कि अक़लियतों की फ़लाही-ओ-बहबूद के लिए कोई काम करे।

इस से पहले एक सब इन्सपेक्टर को गोली लगने से हुई मौत को ये लोग गेर वार्निंग दे कर आई जी पी जो अक़लियती तबक़ा से थे उन का पता कट करचुके हैं।

बाद में इस इन्सपेक्टर की मौत का सबब कुछ और ही निकला। आज उन्हें एवान की इज़्ज़त नफ़स का ख़्याल सताए जा रहा है जब इन ही की जमात के वुज़रा एवान में मोबाईल पर बल्लू फ़िल्म देख रहे थे किया जब एवान सरमशार नहीं हुआ ? ये दोहरा मयार सिर्फ़ इसलिए कि अल्हाज क़मर उल-इस्लाम साहिब की बुरदबार क़ियादत में आज अक़लियतें दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक़्क़ी की राह पर गामज़न हैं।