बी जे पी की हुकूमत को खु़फ़ीया तौर पर आर एस एस चला रही है

नई दिल्ली: कांग्रेस के सीनियर लीडर पी चिदम़्बरम ने कहा कि मर्कज़ में बी जे पी हुकूमत को दरअसल आर एस एस अपने खु़फिया एजंडा के तहत चला रही है। उन्होंने नरेंद्र मोदी की जानिब से कल सदर कांग्रेस सोनिया गांधी पर आइद किए गए दरपर्दा इल्ज़ाम कि वो मावराए दस्तूर अथॉरीटी हैं, को मुस्तरद कर दिया।

चिदम़्बरम ने नरेंद्र मोदी पर तन्क़ीद करते हुए कहा कि वो एक बालादस्ती की हुकूमत चला रहे हैं। ऐसी हुकूमतें ज़्यादा दिन तक नहीं टिक सकती। उन पर नुक्ता चीनी करते हुए उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी चीफ़ मिनिस्टर गुजरात से मुंतक़िल होकर चीफ़ मिनिस्टर आफ़ इंडिया बन गए हैं।

चिदम़्बरम जो यू पी ए हुकूमत के दौर में विज़ारत फाईनेंस और विज़ारत-ए-दाख़िले का क़लमदान रखते थे, इन तन्क़ीदों को मुस्तरद कर दिया कि कांग्रेस ने पार्लियामेंट में रुकावट पैदा करने की पालिसी इख़तियार की है। उन्होंने कहा कि अपोज़ीशन अपनी डयूटी अंजाम दे रही है।

मसाइल को उठाना अपोज़ीशन का फ़र्ज़ है। हुकूमत एक वाहिद मसले पर भी जवाब देने से क़ासिर है। जहां तक सोनिया गांधी का सवाल है, कोई भी हुकूमत का फ़ैसला किया जाता है तो इस पर अपनी मर्ज़ी ज़ाहिर करना ज़रूरी है। सोनिया गांधी पार्टी की सदर हैं और पार्टी की सदर की हैसियत से उन्हें पार्टी के ख़्यालात को ज़ाहिर करने का इख़तियार हासिल है।

चिदम़्बरम ने इंटरव्यू देते हुए कहा कि आख़िर बी जे पी क़ाइदीन को झंडे वालान और नागपुर (आर एस एस हेडक्वार्टर्स) से क्यों हिदायत मिल रही है?। आप ने मुसलसल सुना होगा कि झंडे वालान में चार मिनिस्टर चार वुज़रा हमेशा हाज़िरी देते हैं और नागपुर में भी 4 वुज़रा की आमद-ओ-रफ़त रहती है। उन से पूछा गया कि वज़ीर-ए-आज़म के इस बयान के बारे में आप की राय क्या है, कि सोनिया गांधी मावराए दस्तूर अथॉरीटी के तौर पर अपने इख़्तयारात का इस्तेमाल कररही हैं और यू पी ए हुकूमत के दौरान उन्होंने पी एम ओ पर भी अपना ग़लबा मुसल्लत कर दिया था।

हुकूमत का सब से बड़ा ऐलान 100 स्मार्ट स्टेज़ बनाने का है लेकिन इस के बाद हिन्दुस्तान में क्या होरहा है ये आप ख़ुद देख सकते हैं। इस एक में छोटी मिसाल दे रहा हूँ। ऐलानात तो बहुत किए जा रहे हैं लेकिन इस में हुकूमत की कोई नई पालिसी दिखाई नहीं दी। ये पूछे जाने पर कि आप मोदी हुकूमत को किस नज़रिया से देखते हैं, उन्होंने कहा कि अगर मोदी हुकूमत अपनी तर्ज़ हुक्मरानी को यूं ही बालादस्ती के ज़रिया चिली की कोशिश करेगी तो ये ज़्यादा दिन नहीं चल सकेगी। वज़ीर-ए-आज़म को तन्क़ीद करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी हुनूज़ एक चीफ़ मिनिस्टर की तरह बरताव‌ कररहे हैं जबकि वो मुल्क के वज़ीर-ए-आज़म हैं।